कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनायड से सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को कोल्लम जिले के थांगस्सेरी तट पर मछुआरों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर मछुआरों के लिए अलग से मंत्रालय बनाने की बात कही। इस पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल को पता होना चाहिए कि 70 साल में जो काम आपके नाना जी और दूसरे नहीं कर पाए, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिखाया।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि उन्हें यह पता होना चाहिए कि एक मत्स्य पालन विभाग है, जिसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से 20,050 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। गिरिराज सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, ”70 साल में आपके नानाजी और दूसरों के द्वारा जो काम नहीं किया गया, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिखाया।”
मछुआरों से बातचीत के दौरान गांधी ने कहा कि वह हमेशा मुछआरा जीवन का अनुभव लेना चाहते थे। उन्होंने कहा, ”आज तड़के मैं अपने भाइयों के साथ समुद्र में गया। नाव की यात्रा शुरू होने से लेकर उसकी वापसी तक उन्होंने सभी खतरे उठाए, खूब मेहनत की। वे समुद्र में जाते हैं, जाल खरीदते हैं, लेकिन उसका फायदा कोई और उठाता है।” उन्होंने कहा कि हमने मछली पकड़ने की कोशिश की, लेकिन सिर्फ एक मछली मिली। इतनी मेहनत के बाद भी जाल खाली रह गया। यह मेरा अनुभव है।
राहुल गांधी ने कहा कि जैसे किसान जमीन पर खेती करते हैं। वैसे ही आप समुद्र में करते हैं। किसान के लिए दिल्ली में मंत्रालय है, लेकिन आपके लिए मंत्रालय नहीं है। आपके लिए दिल्ली में कोई नहीं बोलेगा, इसलिए वह केंद्र सरकार में मत्स्य से संबंधित अलग मंत्रालय बनाने के लिए संघर्ष करेंगे। ताकि मछुआरा समुदाय को तमाम परेशानियों से मुक्ति मिले और उनके हितों की रक्षा हो। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस नीत यूडीएफ नेता जल्द ही मछुआरा समुदाय से विचार-विमर्श करके उनके लिए विधानसभा चुनाव में एक अलग घोषणापत्र तैयार करेंगे।