तृणमूल कांग्रेस और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच की लड़ाई अब तेज होती जा रही है। तृणमूल कांग्रेस ने अब राज्यपाल धनखड़ को हटाने की मांग पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भेजा है। तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि राज्यपाल संविधान का पालन नहीं कर रहे हैं। वह संविधान के मुताबिक काम करने में असमर्थ हैं। राज्य के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप कर रहे हैं। इसके अलावा वह राज्य में विपक्ष को प्रोत्साहित करने के लिए काम कर रहे हैं। दिल्ली के निर्देश पर चल रहे हैं। इस प्रकार के कई आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस ने राज्यापल को हटाने की मांग की है। राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है।
बुधवार को तृणमूल भवन में टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर राय ने संवाददाताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जो राज्यपाल अब तक हमारे राज्य में आए हैं, वे अपने-अपने क्षेत्रों में प्रमुख रहे हैं। पिछले साल जुलाई में जगदीप धनखड़ हमारे राज्य के राज्यपाल बने। पहले दिन से माननीय राज्यपाल राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर नियमित रूप से विभिन्न प्रकार के आरोप लगा रहे हैं। कभी वह प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं तो कभी ट्विटर के जरिए राज्य सरकार पर आरोप लगाते हैं। बंगाल के राज्यपाल जो कर रहे हैं वह देश के किसी भी राज्य का राज्यपाल नहीं कर रहे हैं।
टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर राय ने कहा कि संविधान के अनुसार राज्यपाल संवैधानिक प्रमुख हैं। वह जो भी करेंगे वह राज्य मंत्रीमंडल के परामर्श पर करेंगे। वह कुछ विषयों को जान सकते हैं। बस इतना ही। लेकिन बार-बार सभी संवैधानिक रेखाओं को पार किया है। ऐसे में राज्यवासी सोचने पर मजबूर हैं कि उन्हें दिल्ली से निर्देश देकर भेजा गया है। ऐसे में तृणमूल कांग्रेस की ओर से हमने कल राष्ट्रपति को राज्यपाल के खिलाफ एक ज्ञापन भेजा है।