महाराष्ट्र के नेता और राजनीतिक दल इन दिनों शहरों का नाम बदलने की राजनीति में लगे हुए हैं। इस लड़ाई में कांग्रेस और शिवसेना खुलकर एक दूसरे के खिलाफ आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं। लेकिन इसी बीच शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ भी की है। सामना में लिखा है कि राहुल गांधी से दिल्ली के हुक्मरानों को डर लगता है। लगातार सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से राहुल गांधी को कमजोर नेता बताने का पुरजोर प्रयास चल रहा है। बावजूद इसके वे अब भी मैदान में डटे हुए हैं और लगातार सरकार पर गलत नीतियों के लिए हमले कर रहे हैं। सामना में यह भी लिखा है कि मीडिया के कंधे पर बंदूक रखकर विरोधी दल को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन विरोधी दल फिनिक्स पक्षी की तरह फिर से मजबूती से उठ खड़ा होगा। जिस प्रकार से गांधी परिवार को बदनाम करने की मुहिम सरकार द्वारा चलाई जा रही है। इससे यह स्पष्ट होता है कि दिल्ली के सत्ताधारी राहुल गांधी से डरते हैं। सामना में लिखा है कि लड़ाका अकेला भले रहे। उसे तानाशाह को डर लगता है और अकेला योद्धा प्रमाणिक होगा तो यह डर 100 गुना बढ़ जाता है। राहुल गांधी का डेढ़ सौ गुना वाला है। सामना ने लिखा है कि कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी दोबारा आसीन होने जा रहे हैं। यह अच्छी बात है जिस प्रकार भाजपा के लिए मोदी जरूरी हैं उसी प्रकार कांग्रेस के लिए राहुल गांधी भी बेहद जरूरी हैं। यह बात सभी को स्वीकार करनी होगी हैं।