अयोध्या में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा इस बार भी भव्य दीपोत्सव मनाया जा रहा है। 2017 में शुरू हुआ यह दीपोत्सव इस बार नया रिकॉर्ड बनाएगा। दीपोत्सव के अवसर पर राम की नगरी में 24 घाटो पर इस बार 5 लाख 51 हजार से ज्यादा दीप जलाए जाएंगे। श्रीराम जन्मभूमि कनक भवन, राम की पैड़ी, हनुमानगढ़ी सहित सभी मंदिरों में बिजली की सजावट की जा रही है। इसी प्रकार पुलों, विद्युत पोल आदि पर बिजली की झालर लगायी जा रही हैं। उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग, अयोध्या के जिला प्रशासन और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में 12 से 16 नवंबर तक दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद दीपोत्सव की व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए हैं। दीपोत्सव-2020 के दौरान प्रतिदिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और हर आयोजन में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन हो इसके लिए उन्होंने अपने अधिकारिओ निर्देश दिए। दीपोत्सव पर अयोध्या के सभी मठ, मंदिरो एवं घरो में दीप प्रज्वलन की ऐसी व्यवस्था की जाए जिससे भगवान श्रीराम की नगरी दीपो के प्रकाश से पूरी तरह आलोकित हो जाए। उन्होंने मठ मंदिरों में भजन तथा रामायण पाठ का आयोजन कराने के निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव पर अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पहुंचकर रामलला के दर्शन करेंगे और वहां दीप जलाएंगे। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के साथ ही 2017 से दीपावली पर अयोध्या में भव्य दीपोत्सव की परंपरा शुरू हुई और प्रतिवर्ष इसकी भव्यता बढ़ती जा रही है।