ओम योग संस्थान का 22 वां वार्षिकोत्सव बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया, जिसमे 24 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन एक साथ किया गया । हवन यज्ञ के इस कार्यक्रम में पहुंचे गोयल ने संतो के साथ हवन में बैठकर यज्ञ में आहुति डाल प्रभु से अपने क्षेत्र की जनता और प्रदेश के लिये सभी की सुख शांति, समृद्धि ओर सबके कल्याण की प्रार्थना की।
मंदिर प्रांगण में आयोजित हवन यज्ञ के इस वार्षिकोत्सव मौके पर स्वामी चित्रानन्द, योगीराज ओम प्रकाश महाराज, और भी अनेक संत मौके पर मौजूद रहे। गोयल का मत है कि हवन भारत की पुरानी संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है जब भी पुराणिक काल मे कोई विपदा आती थी तो सन्तो ओर ऋषियों द्वारा हवन यज्ञ के माध्यम से ही प्रभु चरणों मे प्रार्थना की जाती थी और आज भी देश-दुनिया के अंदर जो कोरोना महामारी है उससे बचाव हेतू हवन का आयोजन किया जा रहा है ओर प्रभु से सारी मानव जाति के कल्याण की कामना ही उनका उद्देश्य है ।