प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कच्छ में दुनिया के सबसे बड़े हाइब्रिड एनर्जी पार्क की नींव रखी। पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत कच्छ की स्थानीय भाषा में की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सरदार पटेल का सपना पूरा हो रहा है। अब कच्छ में दुनिया का सबसे बड़ा हाइब्रिड एनर्जी पार्क बन रहा है, जितना बड़ा सिंगापुर और बहरीन हैं, उतना बड़ा ये पार्क है, इससे किसानों को लाभ होगा।
पीएम मोदी कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन के बीच कच्छ के किसान समुदाय के अलावा गुजरात के किसानों से भी मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री कच्छ में धोरडो के किसानों और कलाकारों के साथ संवाद करेंगे। राज्य के सूचना विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, भारत-पाक सीमा के पास बसे किसानों को प्रधानमंत्री से संवाद के लिए आंमत्रित किया गया है। कच्छ जिले की लखपत तालुका में और इसके आसपास मिलाकर करीब 5,000 सिख परिवार रहते हैं।
बता दें कि मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब राज्य सरकार की ओर से 8.37 करोड़ रुपए की सहायता से कच्छ जिले में साल 2013-14 में दो लाख लीटर की प्रोसेसिंग क्षमता का पहला डेयरी प्लांट स्थापित किया गया था। पहले इस प्लांट के कच्चे दूध को गांधीनगर स्थित अमूल डेयरी में भेजा जाता था और वहां से प्रोसेस के बाद उसे वापस कच्छ भेजा जाता था। अब इस प्लांट के जरिए और दो लाख लीटर दूध तथा छाछ को प्रोसेस कर अमूल ब्रांड के तहत कच्छ में बेचा जाएगा। प्रधानमंत्री कच्छ के साल 2001 के विनाशकारी भूकंप प्रभावितों की स्मृति में भुज में तैयार हो रहे मेमोरियल पार्क की मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और अधिकारियों के साथ समीक्षा करेंगे और देर शाम वापस नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे।