कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आज 10वें दिन भी विरोध जारी है। दिल्ली बॉर्डर पर जमे किसान संगठनों और सरकार के बीच आज पांचवें दौर की बातचीत होगी। गुरुवार को हुई चौथे दौर की बातचीत में कोई सहमति नहीं बन पाई थी। किसान संगठन कानून को पूरी तरह वापस लेने पर अड़े हैं। इसके लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की गई है। आज केंद्र सरकार के साथ कृषि कानूनों पर होने वाली बैठक पर किसान संयुक्त मोर्चा के प्रधान रामपाल सिंह ने कहा कि आज आर-पार की लड़ाई करके आएंगे, रोज-रोज बैठक नहीं होगी। आज बैठक में कोई और बात नहीं होगी, कानूनों को रद्द करने के लिए ही बात होगी। कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘सरकार बार-बार तारीख दे रही है, सभी संगठनों ने एकमत से फैसला लिया है कि आज बातचीत का आखिरी दिन है।
इस वक्त चिल्ला बॉर्डर से आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी गई है। इससे पहले दिल्ली से नोएडा की ओर आने वाला रास्ता खुला हुआ था। दरअसल जेवर में टोल प्लाजा पर किसानों का काफिला रोका लिया गया जिसके बाद चिल्ला बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी है कि किसानों को न रोकेंं अन्यथा जिम्मेदार पुलिस प्रशासन होगा। जेवर में किसानों को रोके जाने के विरोध में चिल्ला बॉर्डर पर भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने बॉर्डर बंद करने का आह्वान किया। इसके बाद अब चिल्ला बॉर्डर पूरी तरह से आवाजाही के लिए बंद हो गया है।