जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य प्रशासन और भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक पखवाड़े से कम समय में आज तीसरी बार मुझे हिरासत में लिया गया है। वास्तव में अगर सुरक्षा चिंताओं के कारण मेरे आंदोलनों पर अंकुश लगाया जाता है तो भाजपा के मंत्रियों को कश्मीर में स्वतंत्र रूप से प्रचार करने की अनुमति क्यों दी जाती है। इससे पहले मंगलवार को पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को बडगाम दौरे के लिए पुलिस ने घर से नहीं निकलने दिया। गुपकार स्थित उनके आवास पर सुबह ही पुलिस और सीआरपीएफ को तैनात कर दिया गया। महबूबा की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि उनकी मां को एक बार फिर नजरबंद कर दिया गया है। कहा कि अगर हमारे लिए माहौल ठीक नहीं तो ऐसे में चुनाव क्यों करवाए जा रहे हैं। इल्तिजा ने कहा कि पुलिस ने मंगलवार को एक बार फिर से घर के मेन गेट पर ताला लगा दिया। महबूबा मुफ्ती बडगाम जाना चाहती थीं जहां कुछ गांवों से गुज्जर समुदाय के लोगों को निकाला गया है। इनमें जब्बाड, जिलीसीदारा, ड्रानबल और कनिदजन जैसे गांव हैं। वह वहां जाकर उन परिवारों से मिलना चाहती थीं जिनके घर इस कड़ाके की ठंड में तोड़े जा रहे हैं, लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से नहीं निकलने दिया। पुलिस से अनुमति मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती ने दो दिन पहले ही उन्हें इसकी जानकारी दी थी कि उन्हें बडगाम जाना है और वहां पीड़ित परिवारों से मिलना है। इल्तिजा के मुताबिक जवाब मिला कि इंटेलिजेंस इनपुट है कि माहौल ठीक नहीं है। बता दें कि इससे पहले भी महबूबा मुफ्ती अनंतनाग जिले में उन इलाकों में गुज्जर समुदाय के लोगों से मिलने गई थीं, जहां से वन विभाग ने उन्हें जगह खाली करने को कहा है।

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