कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर लगातार विरोध कर रहे किसान आज भूख हड़ताल पर हैं। आंदोलन को लेकर सरकार और किसानों के बीच कोई का रास्ता नहीं निकला है, ऐसे में किसानों का प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। दिल्ली के नाकों पर अलग-अलग जगह किसान आज अनशन पर बैठेंगे। इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी उनका साथ देने की बात कही है और वो भी उपवास करेंगे।
किसानों ने अलग-अलग हिस्सों में अपनी भूख हड़ताल शुरू कर दी है। किसानों की मांग है कि बैठकों में खुद पीएम मोदी को सामने आना चाहिए, ताकि किसानों की समस्या सुनी जाए और सीधे कानूनों को रद्द कर दिया जाए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया है कि आप पार्टी ने पंजाब के चुनावों में एपीएमसी एक्ट में बदलाव की बात कही थी, लेकिन अब कृषि कानूनों का विरोध कर रही है।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ आरएसएस से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने कृषि कानून में कुछ सुधार सुझाए हैं। स्वदेशी जागरण मंच का कहना है कि एमएसपी से कम दाम पर फसलों की खरीद को अवैध करार कर दिया जाना चाहिए इसके साथ ही ऐसे लोगों के खिलाफ सजा का प्रावधान होना चाहिए। एसजेएम का कहना है कि सिर्फ सरकार को ही नहीं बल्कि निजी कंपनियों को भी फसलों को एमएसपी से कम रेट पर फसलों की खरीद पर रोक लगा देनी चाहिए।