लखनऊ नगर निगम का बॉन्ड बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में सूचीबद्ध हो गया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार ने मुंबई स्थित बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के कार्यालय में बेल बजाकर इसकी लिस्टिंग की। लखनऊ नगर निगम का बॉन्ड 200 करोड़ रुपये का है। लखनऊ नगर निगम बॉन्ड जारी करने वाला उत्तर भारत का पहला नगर निगम बन गया है। लखनऊ नगर आयुक्त अजय द्विवेदी का कहना है कि म्यूनिसिपल बॉन्ड का फायदा सीधे शहरवासियों को मिलेगा। प्रदेश सरकार, लखनऊ नगर निगम की उपलब्धि का अनुकरण करने के लिए राज्य के अन्य स्थानीय निकायों को भी प्रोत्साहित करने की तैयारी में है। बॉन्ड के माध्यम से जुटाई गई धनराशि को राज्य की राजधानी में विभिन्न बुनियादी ढांचागत योजनाओं में निवेश किया जाएगा। इससे पहले बताया गया कि योगी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में 200 करोड़ रुपये के लखनऊ नगर पालिका बॉन्ड का शुभारंभ करने के साथ ही औद्योगिक घरानों से उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर चर्चा करेंगे। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया दो दिसंबर को मुख्यमंत्री की ओर से बीएसई में लखनऊ नगर निगम का बांड लॉन्च करने के साथ ही नगर विकास विभाग में एक बड़े बदलाव की शुरुआत हो जाएगी। जिस तरह लखनऊ नगर निगम के बांड को रेटिंग मिली है, उसको देखते हुए गाजियाबाद, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर और आगरा नगर निगमों के भी बांड जारी किए जाएंगे। आगामी तीन महीने में गाजियाबाद नगर निगम का बांड जारी कर दिया जाएगा। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री की मौजूदगी में देश के जाने-माने उद्यमियों से मुंबई में चर्चा भी होगी। मिली जानकारी के अनुसार, लखनऊ नगर निगम के बॉन्ड पर निवेशकों को 8.5 फीसदी का वार्षिक ब्याज दिया जाएगा। बॉन्ड की परिपक्वता अवधि 10 साल है। बॉन्ड की लिस्टिंग के बाद देश के साथ-साथ दुनियाभर से निवेश के अवसर खुलेंगे। वित्तीय एजेंसियों की तरफ से बॉन्ड को अच्छी रेटिंग दी गई है। देश के तमाम इलाकों में तेजी से शहरीकरण हो रहा है। इससे सरकार के समक्ष बुनियादी ढांचा विकास के लिए पैसे जुटाने की जरूरत होती है। ऐसे में म्युनिसिपल बॉन्ड के जरिए सस्ती दर पर कर्ज जुटाया जाता है।