भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार बलरामपुर और गोंडा के पूर्व भाजपा सांसद सत्यदेव सिंह का बुधवार की रात लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। पिछले दिनों कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था।कोरोना से जंग जीतने के बाद जब वे आईसीयू से बाहर आए तो हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गयी। उनके निधन की खबर मिलते ही देवीपाटन मंडल में शोक छा गया। कुछ दिनों पहले ही उनकी पत्नी की कोरोना से मौत हुई थी। दुखद यह भी है कि कि इसी माह उनकी पत्नी और जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी सरोजरानी सिंह की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई थी और इसके बाद वे सदमें में रहे। सत्यदेव सिंह के निधन से भाजपा को अपूर्णनीय क्षति हुई है।
गोंडा जिला ही नहीं बल्कि पूरे मंडल में भाजपा के सिरमौर कहे जाने वाले सत्यदेव सिंह भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ प्रदेश उपाध्यक्ष समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके थे। अपनी सादगी और पारदर्शी राजनीति के कारण सत्यदेव सिंह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कोर कमेटी तक में शामिल रहे थे। एक निर्विवाद राजनीतिज्ञ के रूप में उन्होंने 1977 में बलरामपुर/गोंडा से सांसद पद का चुनाव लड़ा और जीते। राम मंदिर आन्दोलन में भी देवीपाटन मंडल से उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अभिन्न मित्रों में से एक सत्यदेव सिंह को कुछ दिनों पहले स्वास्थ्य खराब होने के कारण मेदांता में भर्ती कराया गया था।