हवाओं का रुख बदलते ही मौसम का मिजाज भी बदलने लगा है। तीन दिन पहले तक जहां दक्षिण पश्चिमी हवाएं पारा चढ़ा रही थी। वहीं तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। गुरुवार को रात का पारा थोड़ा कम हुआ है। जबकि दिन के पारे में हल्की गिरावट आई है, हालांकि शुक्रवार की सुबह भोपाल सहित कुछ जिलों में हल्दी बूंदाबांदी हुई है। मौसम विज्ञानी के मुताबिक मौसम साउथ-वेस्ट राजस्थान पर ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। यह स्थिति बनी है। वहीं उत्तर भारत में बर्फबारी की वजह से दिन के पारे में गिरावट आई है। पारे में उतार-चढ़ाव की यह स्थिति अगले 1-2 दिन चलने की संभावना है। इसके बाद गुरुवार रात से एक पश्चिमी विक्षोभ नार्थ-वेस्ट इंडिया पर आ गया है। इसका असर भी मौसम पर दिखाई देना शुरू हो गया है।
अजय शुक्ला के मुताबिक वर्तमान में पाकिस्तान के पास ट्रफ की शक्ल में मौजूद एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ों पर बरसात के साथ बर्फबारी हो रही है। इस सिस्टम के कारण मध्य प्रदेश पर बने एक प्रति चक्रवात के कारण हवा का रुख उत्तरी नहीं हो पा रहा है। इस वजह से प्रदेश में दिन-रात के तापमान में गिरावट नहीं हो रही है। एक अधिक तीव्रता का पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत में दाखिल होने जा रहा है। इस सिस्टम से बर्फबारी में और इजाफा होगा, लेकिन हवा का रुख 17-18 दिसंबर के आसपास ही उत्तरी होने की संभावना है। इसलिए मध्यप्रदेश में फिलहाल अपेक्षाकृत ठंड नहीं पड़ने की संभावना है।