मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक के बाद आला अधिकारियों से मुलाकात कर मंडल में चल रहे किसान आंदोलन की नब्ज टटोली। उन्होंने यह भी कहा कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में किसी तरह की कोई ढिलाई न बरती जाए, लेकिन इसके लिए किसानों से सख्ती भी नहीं होनी चाहिए। धान खरीद में किसानों को किसी तरह की दिक्कत न होने देने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के यहां आने का घोषित कार्यक्रम तो पार्टी नेताओं के साथ बैठक करने उनसे विकास के मुद्दों पर सुझाव आमंत्रित करने व पार्टी की नीतियों को जनता तक पहुंचाने का संदेश देने के लिए था, लेकिन इसके साथ ही वह यहां किसान आंदोलन की नब्ज टटोलना भी चाहते थे। यही वजह रही कि पार्टी विधायकों व संगठन के नेताओं के साथ बैठक खत्म होने पर गाजियाबाद के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने 6 आला अधिकारियों को अपने पास बुलवाया।
इसमें कमिश्नर वीरेंद्र सिंह, एडीजी अविनाश चंद्र, आईजी रमित शर्मा, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, एसएसपी प्रभाकर चौधरी तथा नगर आयुक्त संजय चौहान उनके पास गए। मुख्यमंत्री का इन अधिकारियों से पहला सवाल किसान आंदोलन को लेकर था। उन्होंने पूछा कि यहां किसान आंदोलन की स्थिति कैसी है। इस पर अधिकारियों ने कहा कि किसानों के राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे आंदोलन के चलते जिले के भी कुछ किसान उसमें शामिल जरूर हैं, लेकिन जिले में किसी तरह की अशांति की स्थिति नहीं है।