एक दिसंबर को होने वाले ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी उतरे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रोड शो और रैली के बाद रविवार को अमित शाह ने सिकन्दराबाद में रोड शो किया। उसके बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस करके राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव और एमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी पर जम कर निशाना साधा। उन्होंने दोनों के आपस में मिले होने का आरोप भी लगाया। यह पहला मौका है, जब केंद्रीय गृह मंत्री ने नगर निगम के चुनाव में प्रचार किया और प्रेस कांफ्रेंस की।
उन्होंने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में केसीआर और ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ने आपस में मिल कर सीटें बांट ली हैं। चंद्रशेखर राव जी से पूछना चाहता हूं कि आप ओवैसी की पार्टी से समझौता करते हैं, इससे हमें कोई दिक्कत नहीं है। लोकतंत्र में किसी भी पार्टी से समझौता या गठबंधन किया जा सकता है। दिक्कत है कि आपने एक कमरे में ईलू-ईलू करके सीटें बांट लीं। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बार हैदराबाद का मेयर भाजपा का होगा।
अमित शाह ने रोहिंग्या मुस्लिमों के हैदराबाद में होने और ओवैसा के उनका पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए कहा- जब मैं एक्शन लेता हूं, तो वे संसद में बवाल करते हैं। उनसे कहिए कि मुझे लिख कर दें कि रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को निकाला जाना है। संसद में उनका पक्ष कौन लेता है?
ओवैसी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा- जब वे फॉर्महाउस से निकलेंगे, तभी तो विकास करेंगे। जब हैदराबाद डूबा था, तब ओवैसी कहां थे? उन्होंने वंशवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा- आपके बाद आपका परिवार ही क्यों आता रहता है। शाह ने कहा- हम हैदराबाद को निजाम कल्चर से मुक्त करके लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित आधुनिक शहर बनाना चाहते हैं। हम यहां की राजनीति को परिवारवाद से मुक्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा हैदराबाद को भ्रष्टाचार से निकाल कर पारदर्शिता के नए युग में ले जाएगी।