कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसानों का आंदोलन 68वें दिन में प्रवेश कर चुका है। अब इस पूरे आंदोलन का केंद्र गाजीपुर बॉर्डर बन गया है जिसके चलते दिल्ली पुलिस यहां पहुंचने वाले मार्ग बंद करती जा रही है। आज ही दिल्ली पुलिस ने महाराजपुर बॉर्डर बंद किया है और सप्ताह का पहला दिन होने के चलते महाराजपुर से वैशाली तक लंबा जाम लग गया है। इसके साथ ही अन्य कई मार्गों पर भी लंबा जाम लगा हुआ है। भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी मंत्रालय ने ट्विटर को निर्देश दिया है कि वह तत्काल प्रभाव से उन 250 ट्विटर अकाउंट को ब्लॉक करे जो 30 जनवरी के दिन ‘मोदी प्लानिंग जीनोसाइड’ नाम से हैशटैग चलाकर भड़काऊ और गलत ट्वीट्स कर रहे थे। जिसके बाद ट्विटर ने इन अकाउंट्स को सस्पेंड कर दिया है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने गणतंत्र दिवस पर किसानों की परेड के बेकाबू हो जाने का ‘अनुमान नहीं लगा पाने’ और उन्हें ‘नियंत्रित नहीं कर पाने’ के सिलसिले में संबंधित पुलिस एवं खुफिया अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध करने वाली एक जनहित याचिका सोमवार को खारिज कर दी और याचिकाकर्ता पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया। मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ ने यह कहते हुए जनहित याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया कि अदालत के लिए इस मामले में हस्तक्षेप करना जल्दबाजी होगी क्योंकि पुलिस ने 26 जनवरी की घटना के सिलसिले में प्राथमिकियां दर्ज की हैं। राकेश टिकैत ने मंच से कहा है कि सरकार सारी मांगें मान लेगी तो किसानों की जीत हो जाएगी। इसके बाद यहां से किसान चालीस लाख ट्रैक्टरों के साथ अमृतसर जाएंगे और पंजाब की धरती के दर्शन करेंगे। गृह मंत्रालय ने सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर में इंटरनेट पर लगाई गई अस्थायी रोक को बढ़ाकर 2 फरवरी रात 11 बजे तक कर दिया है। सरकार ने यह कदम सीमाओं पर लोगों की संख्या और तनाव को देखकर उठाया है। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को बजट में कृषि पर फोकस रखना चाहिए। सरकार को कृषि उपकरण पर टैक्स हटाना चाहिए था, इसके साथ ही कृषि उपकरणों पर सब्सिडी किसानों को देनी चाहिए थी। किसान आंदोलन के बीच अन्नदाताओं की नजर आज बजट पर भी रही। उन्होंने पूरा बजट भाषण अपने फोन पर देखा। हालांकि सीमावर्ती क्षेत्रों में जहां इंटरनेट अब भी ठीक से काम नहीं कर रहा वहां ऐसा नहीं हो सका है। दिल्ली पुलिस द्वारा लगाए गए बैरियर के चलते कई दिल्ली-नोएडा बॉर्डर यानी चिल्ला बॉर्डर पर भी लंबा जाम लग गया है। पुलिस ने दिल्ली जाने वाले हर मार्ग पर जबरदस्त बैरिकेडिंग कर दी है और साथ ही वाहनों की सघनता से जांच भी की जा रही है। इसका कारण है किसानों का वो एलान जिसमें उन्होंने 1 फरवरी के दिन संसद घेराव की बात कही थी। हालांकि बाद में अपने इस एलान को किसानों से वापस ले लिया था लेकिन 26 जनवरी की घटना के बाद पुलिस को उन पर भरोसा नहीं है। इसके चलते हर रास्ते पर बैरिकेडिंग बहुत तगड़ी की गई है और सिर्फ दिल्ली ही नहीं एनसीआर में भी कई इलाकों में लंबा जाम लगा है। दिल्ली पुलिस ने महाराजपुर बॉर्डर को बंद कर दिया है और बैरिकेडिंग लगा दी है। इसी के चलते महाराजपुर से वैशाली तक लंबा जाम लग गया है। सप्ताह का पहला दिन होने के कारण वाहनों का दबाव अधिक है। गाजियाबाद के एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा का कहना है कि बॉर्डर दिल्ली पुलिस की ओर से बंद किया गया है। भोपुरा और ज्ञानी बॉर्डर की ओर से ही वाहन दिल्ली आ जा सकते हैं।