समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख अबू आजमी ने अयोध्या में 1992 में हुए बाबरी विध्वंस को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रति सख्त नाराजगी प्रकट की है। आजमी ने कहा कि ठाकरे यह न भूलें कि वे राज्य के मुखिया हैं।
ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र में हिंदुत्व को लेकर भाजपा को नसीहत देते हुए कुछ बातें कहीं थीं। इस पर आजमी ने कहा कि उद्धव ठाकरे भूल गए हैं कि वे सिर्फ शिवसेना नेता नहीं हैं, वे राज्य के प्रमुख हैं। उन्हें ऐसी बातें नहीं कहना चाहिए। आजमी ने यह तक कह दिया कि महाआघाड़ी सरकार में शामिल मुस्लिम मंत्रियों को शर्म आना चाहिए और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
आजमी ने कहा कि मैं एनसीपी व कांग्रेस से कहना चाहता हूं कि यह महाआघाड़ी सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर बनी है, लेकिन वह मंंदिर व मस्जिद की बात कर रही है। आपको सोचना है कि आगे आप कैसे सरकार चलाएंगे। बता दें महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस व एनसीपी की महाआघाड़ी सरकार है।
महाराष्ट्र के विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन ठाकरे ने अपने भाषण में भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी के अभिभाषण, हिंदुत्व, कोरोना, अमित शाह के सिंधुदुर्ग दौरे व औरंगाबाद के नामकरण को लेकर भाजपा को घेरा। ठाकरे ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि वह उन्हें हिंदुत्व का पाठ न पढ़ाए। वह इतनी काबिल नहीं है कि हम उससे हिंदुत्व सीखें। जब बाबरी मस्जिद विध्वंस हुआ था उस समय वे सब वहां से भाग खड़े हुए थे। तब शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने कहा था, अगर इस घटना में शिवसैनिक शामिल हैं, तो उन्हें इस पर गर्व है। आज हिंदुत्व की बात करने वाले बताएं हिंदुत्व उस समय कहां चला गया था जब जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ मिलकर भाजपा ने सरकार बनाई थी?