समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर भाजपा की प्रदेश और केंद्र सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। समाजवादी पार्टी इस बार 13 फरवरी को राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश व्यापी ‘महिला घेरा आंदोलन’ करेगी। सपा अध्यक्ष का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की सेंट्रल सरकार और सूबे के शहंशाह किसानों के मसले को हल नहीं करना चाहते हैं। राज्य में महिलाओं के साथ घोर अन्याय और अपराध हो रहे हैं। पर नशे में चूर मुखिया सो रहे हैं।
अखिलेश यादव ने सोमवार को इस बारे में ट्वीट किया। उन्होंने प्रदेश की महिलाओं से आंदोलन में सहभागिता करने का अनुरोध किया है। सपा अध्यक्ष ने ट्वीट में कहा, “13 फरवरी को सरोजिनी नायडू जयंती ‘राष्ट्रीय महिला दिवस पर सपा प्रदेश भर में आयोजित करेगी ‘महिला घेरा।” उन्होंने आगे लिखा, “महिला शक्ति का आह्वान है कि वे महिलाओं के मुद्दों को लेकर इस कार्यक्रम से जुड़ें व इसे इतना बड़ा बनाएं कि दंभी सत्ता की नींद टूटे। महिलाएं आगे आएं।”
उन्होंने सरकार पर देश की छवि खराब करने का भी आरोप लगाया। कई ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, “भाजपा सरकार को देश की वैश्विक छवि ख़राब होने की भी चिंता नहीं है और हमारा मानना है कि वो अपने पूँजीपति मित्रों के फ़ायदे के लिए कृषि कानूनों के मुद्दे को उप्र के चुनाव आने तक खींचने का कुचक्र रचेगी।” पर उन्होंने दावा किया, “इस बार किसान गुमराह नहीं होंगे और भाजपा को हरा के, हटा के ही दम लेंगे।”