पीडीपी की अध्यक्ष मेहबूबा मुफ़्ती ने सोमवार को कहा की बह तब तक चुनाव नहीं लड़ेंगी जब तक भारतीय और तत्कालीन राज्य संविधान दोनों जम्मू कश्मीर पर लागु नहीं हो जाते। पूर्व मुख्यमंत्री ने यहाँ संवाददाताओं से कहा – यह अनुच्छेद 370 और 35 ए को निरस्त करना व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए बहुत भावनात्मक मुद्दा है। मेने भारत और राज्य के संविधान के तहत पहला चुनाव लड़ा। मेने दोनों झंडे अपने हाथो में लिए मेने कहा है की जब तक दोंनो संविधान एक साथ लागु नहीं होंगे तब तक में व्यक्तिगत रूप से चुनाव नहीं लड़ूंगी।
चुनाव लड़ने और मुख्यमंत्री बनने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की पीडीपी के पास कवर महबूबा मुफ़्ती ही नहीं बल्कि कई सक्षम लोग है। मुफ़्ती ने हिज्बुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटो को सरकारी सेवाओं से बर्खास्त करने के फैसले पर जम्मू कश्मीर प्रशासन की भी आलोचना की और कहा – जब तक आपके पास साबुत नहीं हो, तब तक आप किसी पिता के कार्यो के लिए उसके बच्चे को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते।
उन्होंने आगे कहा की मेने बार बार कहा है, आप एक आदमी को पकड़ सकते है लेकिन एक विचार को नहीं। आपको पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की तरह इस विचार का समाधान करना चाहिए।