केंद्रीय विद्यालयों में कक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से चलाई जाएंगी। फिलहाल 50 फीसदी कक्षाएं ऑनलाइन और 50 फ़ीसदी ऑफलाइन क्लासेस संचालित की जाएंगी। दोनों ही माध्यमों से छात्रों को शिक्षा दी जाएगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के पहले की तरह ही स्कूल भवन में कक्षाएं संचालित की जाएंगी। बताते चलें कि कोरोना महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन के बाद शिक्षा व्यवस्था का डिजिटल माध्यम अपनाया गया था।
सभी स्कूल ऑनलाइन क्लास के जरिए सिलेबस पूरा करा रहे थे। यहां तक कि कुछ स्कूलों में प्री-बोर्ड परीक्षाएं भी ऑनलाइन हीं आयोजित कराई गई थीं। सोमवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक छात्रों से मुखातिब थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि फिलहाल कक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से संचालित होंगी। कक्षा में सभी छात्रों की उपस्थिति की अनुमति नहीं दी गई है और अभी पूर्ण अनुमति देने के बारे में कुछ स्पष्ट तौर पर कहा नहीं जा सकता है। इस पर फैसला बाद में लिया जाएगा।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये विद्यार्थियों से संवाद कर रहे थे। इस दौरान काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर स्थित केंद्रीय विद्यालय की 12वीं कक्षा की छात्रा कुमारी अंशिका सिंह के एक सवाल पर उन्होंने कहा, “अभी कक्षाओं में पूर्ण उपस्थिति की अनुमति नहीं दी गई है। अत: ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यमों से कक्षाओं का संचालन होता रहेगा।”
अंशिका ने केंद्रीय मंत्री से पूछा था, “कोरोना संक्रमण काल के दौरान हमने पूरी तरह से ऑनलाइन पढ़ाई की है। अब जब यह संकट बीतने वाला है और विद्यालय खुल जाएंगे, तब भी क्या हमारे पास ऑनलाइन विकल्प मौजूद रहेंगे।” बीएचयू परिसर केंद्रीय विद्यालय 12वीं की छात्राओं कुमारी कार्तिकी एवं कुमारी आरुषी को भी केंद्रीय मंत्री से संवाद करने का अवसर मिला। सभी छात्रों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से अपने सवाल पूछे।