बिहार कांग्रेस में हंगामे का दौर थमाने का नाम नहीं ले रहा. कभी पार्टी कार्यकर्ता तो कभी पार्टी नेता पार्टी प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ विरोध करते नज़र आ रहे हैं. ताजा मामला बिहार के कैमूर जिले का है जहां मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया और पार्टी आलाकमान से प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को बदलने की मांग की. वहीं, नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बिहार कांग्रेस के दोनों नेता कार्यकर्ताओं का सम्मान करना नहीं जानते.
दरअसल, मंगलवार को बिहार के भभुआ जिले में कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा की कार्यकर्ताओं के साथ बैठक थी. दोपहर दो बजे से बैठक शुरू होने वाली थी, लेकिन शाम सात बजे तक भी जब दोनों नेता नहीं पहुंचे, तो कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज हो गए और उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा को तत्काल बदलने का मांग की.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताया बिहार के कैमूर में कांग्रेस शुरू से बहुत ही मजबूत स्थिति में रहा था. यहीं से मीरा कुमार सांसद बनीं और लोकसभा स्पीकर भी. कैमूर में कई कांग्रेस विधायकों ने भी अपना परचम लहराया. लेकिन, प्रदेश अध्यक्ष के लापरवाह रवैये के कारण कांग्रेस को नुकसान हो रहा है. ऐसे में जरूरत है कि ऐसे लापरवाह लोगों को तत्काल हटाया जाए ताकि कांग्रेस को मजबूती मिले.
उन्होंने कहा कि चुनाव के समय प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्वकर्ता कैमूर पहुंचे थे, उन्होंने यहां सभी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया था कि उम्मीदवार हमारे बीच का ही होगा. लेकिन पटना जाने के बाद दूसरे जिले के लोगों को यहां की सीटों पर उम्मीदवार बना दिया गया. इस वजह कांग्रेस महज पांच हजार मतों पर ही सिमट गई, जबकि कांग्रेस हर चुनाव में पचपन हजार मत पाती थी.