Bharat Vritant

देश में कोरोना वैक्सीनेशन का काम जारी है, लेकिन इससे इतर अब एक बार फिर चिंता की लकीरें बढ़ रही हैं. बीते करीब एक हफ्ते से देश में कोरोना वायरस के नए मामले हर दिन बढ़ रहे हैं. बीते 24 घंटे में भी 35 हजार से अधिक केस सामने आए, जो कि फिर से पिछले साल की यादें ताज़ा कर रहे हैं. देश में सबसे प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र ही नंबर 1 है. ऐसे में अब चिंता होने लगी है कि कहीं अगर गांवों में कोरोना फैलना शुरू हुआ, तो इसपर काबू कैसे पाया जाएगा.

कोरोना की बढ़ती रफ्तार हर किसी को डरा रही है, तो इसकी सबसे बड़ी वजह महाराष्ट्र में फिर से मामलों में जबरदस्त उछाल है. रोजाना आ रहे मामलों में करीब 60 फीसदी मामले महाराष्ट्र से ही हैं. पिछले साल भी जब देश में रोज एक लाख केस सामने आ रहे थे, तब भी महाराष्ट्र में ही सबसे अधिक केस थे.

बीते दिन भी महाराष्ट्र में 25 हजार से अधिक केस सामने आए, वहीं सिर्फ मुंबई में ही 2800 से अधिक केस दर्ज होना चिंता का विषय है. इससे भी बड़ी चिंता ये है कि अब महाराष्ट्र में मुंबई-नागपुर-पुणे-नासिक जैसे बड़े शहरों के अलावा टियर-2 शहरों में भी कोरोना की रफ्तार अचानक बढ़ गई है. महाराष्ट्र में ठाणे, औरंगाबाद, नांदेड़, अमरावती, अकोला, नांदूरबार जैसे इलाकों में कोरोना के केस बढ़े हैं.

कोरोना के मामले जैसे-जैसे बढ़ने लगे हैं, सरकारें चकित हो गई हैं. यही कारण हैं कि अब एक बार फिर सार्वजनिक स्थलों पर सख्ती दिखाई दे रही है, महाराष्ट्र-गुजरात जैसे राज्य तो हालात लॉकडाउन, कर्फ्यू की ओर बढ़ चुके हैं. कुछ बड़े एक्शन पर नजर डालें.

• सूरत में शुक्रवार रात नौ बजे से सोमवार सुबह तक सभी मॉल बंद रहेंगे. मॉल के अलावा शहर में भी नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा.

• सूरत से पहले अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट में भी नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया जा चुका है. भारत-इंग्लैंड की टी-20 सीरीज़ में भी दर्शकों की एंट्री बंद हो गई है.

• दिल्ली में भी बीते दिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कह दिया है कि कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, ऐसे में दिल्ली में सख्ती बढ़ेगी. टीकाकरण की रफ्तार को भी बढ़ा दिया जाएगा.

• बढ़ते कोरोना के कारण अब नोएडा, गाजियाबाद में धारा-144 लगा दी गई है. यानी एक स्थान पर 4 से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते हैं.

• मध्य प्रदेश में कोरोना के केस बढ़े तो अब महाराष्ट्र से आने वाली बसों को नो एंट्री का सिग्नल दिखा दिया गया है. 20 मार्च से महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश आने वाली और मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र जाने वाली बसों पर रोक लग गई है.