उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के कांट थाना इलाके में 22 फरवरी को सामूहिक दुष्कर्म की कोशिश में नाकाम होने पर आरोपियों द्वारा जलाई गई छात्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई है। छात्रा का लखनऊ में इलाज चल रहा था। लखनऊ में ही उसका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। गौरतलब है कि शाहजहांपुर के कांट थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती (22) शाहजहांपुर में एसएस कॉलेज में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। 22 फरवरी की सुबह वह पिता के साथ कॉलेज आई थी। शाम को वह अधजली हालत में तिलहर थाना क्षेत्र के नगरिया मोड़ के पास मिली थी। ग्रामीणों की सूचना पर उसे पुलिस ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था जहां से उसे लखनऊ के सिविल हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया था। लखनऊ में मजिस्ट्रेट को दिए बयान में छात्रा ने बताया था कि उसकी क्लासमेट पिंकी ने उसे कॉलेज से बाहर मिलने के लिए बुलाया था। कॉलेज से थोड़ी दूरी पर छात्रा को पिंकी की जगह कॉलेज के दो छात्र मनीष, सुभाष और एक अन्य युवक राजू मिला जो उसे नगरिया मोड़ ले गए। यहां एक बाग में तीनों ने उससे दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध पर केरोसिन डालकर जला दिया। छात्रा के बयान के बाद पुलिस ने पिंकी, सुभाष, मनीष और राजू के खिलाफ तिलहर थाने में एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था। वहीं सिविल हॉस्पिटल में भर्ती छात्रा की हालत 22 मार्च की रात बिगड़ गई। डॉक्टरों के तमाम प्रयास के बावजूद रात करीब डेढ़ बजे छात्रा की मौत हो गई। बेटी की मौत बाद माता-पिता और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। एसपी एस आनन्द ने बताया कि छात्रा की मौत की जानकारी मिली है। लखनऊ में उसका पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।