दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के गठन को मंजूरी दे दी है. उन्होंने कहा कि दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन’ की स्थापना दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में हो रहे क्रांतिकारी परिवर्तन को नई ऊंचाइयों की तरफ़ लेकर जाएगा. सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज हमने दिल्ली की कैबिनेट में दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के गठन को मंजूरी दे दी है. उन्होंने बताया कि ये बोर्ड 3 लक्ष्य पूरे करेगा. हमें ऐसे बच्चे तैयार करने हैं जो कट्टर देशभक्त हों, जो आने वाले समय में हर क्षेत्र में देश की ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर उठाने के लिए तैयार हों. हमारे बच्चे अच्छे इंसान बनें और ये बोर्ड बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए तैयार करेगा. उन्होंने कहा, इसके बाद दिल्ली का अब अपना अलग शिक्षा बोर्ड होगा. हालांकि ये बाकी राज्यों के शिक्षा बोर्ड से अलग होगा.
सीएम केजरीवाल ने कहा, पूरे देश ने देखा है दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में किस कदर क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं. स्कूलों में शिक्षा में सुधार किया गया है. बच्चों के रिजल्ट 98 फीसदी तक आ रहे हैं. उन्होंने कहा, ये अंतरराष्ट्रीय स्तर का बोर्ड बनाया जा रहा है. इंटरनेशनल प्रैक्टिस को हम स्कूलों और बोर्ड में लेकर आएंगे. इस साल 20-25 सरकारी स्कूलों को इस बोर्ड में शामिल किया जाएगा. हमें उम्मीद है कि 4-5 साल में स्वेच्छा से सारे सरकारी, निजी स्कूल बोर्ड में शामिल हो जाएंगे.
उन्होंने बताया कि बोर्ड के 3 बड़े लक्ष्य होंगे. पहला देश की जिम्मेदारी उठाने के लिए विद्यार्थी तैयार हों, दूसरा किसी भी धर्म, जाति और अमीर – गरीब का फर्क भूल अच्छे इंसान बने और तीसका बच्चों को रोजगार मांगने के लिए नहीं रोजगार देने के लिए तैयार किया जाएगा.