मार्च में कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन के बाद सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया था। हालांकि अब भारत में कोरोना के कमजोर पड़ने के बाद फिर से शैक्षिण संस्थानों को खोला जा रहा है। इसी कड़ी में कश्मीर के कॉलेज लगभग 11 महीने बाद फिर से खुल गए हैं। COVID-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए स्थायी दिशा-निर्देश सभी कॉलेजों में पत्र के माध्यम से भेजे गए हैं, जिनका पालन किया जा रहा है। विभिन्न कॉलेजों के प्रशासनिक कर्मचारियों को सोमवार को श्रीनगर में कॉलेज के पहले दिन कोविड-19 के मद्देनजर कॉलेज में अनुमति देने से पहले छात्रों के तापमान की जांच करते हुए देखा गया।
स्थायी रूप से सरकार ने रविवार को कहा कि जम्मू और कश्मीर के शीतकालीन क्षेत्रों में विशाल छात्रों के नामांकन वाले कॉलेजों में ऑड-ईवन तरीके से कार्य करने की संभावना होगी। जनवरी के अंतिम सप्ताह में सरकार ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में कॉलेज क्रमशः 1-15 फरवरी से शैक्षणिक गतिविधियों के लिए फिर से खुलेंगे। प्रिंसिपल वूमेंस कॉलेज श्रीनगर ने कहा कि कश्मीर के कॉलेजों को आज से खोल दिया गया है और कॉलेज प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
एक वर्ष के बाद कॉलेज जाने वाले छात्रों को परिसर में वापस आने की खुशी थी। छात्रों ने कहा कि कैंपस से काफी समय तक दूर रहने के कारण उन्हें अपनी शिक्षा में भारी नुकसान हुआ है और अब वे कम से कम सप्ताह में कुछ दिन कॉलेज में उपस्थित रह सकते हैं जब तक कि यह COVID-19 खतरा हमेशा के लिए गायब नहीं हो जाएगा।