इस साल का पहला चक्रवात तूफान को लेकर दहशत का माहौल दिखने लगा है. केरल में भारी बारिश देखने को मिल रही है तो वहीं महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात में अलर्ट जारी कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि 17 मई यानी की सोमवार को गुजरात में विकराल रूप ले सकता है, जहां पर 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी और भारी बारिश भी होती दिख जाएगी. जानकारी मिली है कि चक्रवात तौकते गुजरात के वेरावल और पोरबंदर के बीच मांगरोल के पास जमीन से टकराएगा. इस वजह से प्रशासन की तरफ से पहले ही मांगरोल, वेरावल, पोरबंदर, कच्छ और द्वारका जैसे समुद्री किनारों को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं तमाम मछुआरों से भी समुद्र में ना जाने और किनारे पर रहने के लिए कहा जा रहा है.
तूफान की आहट के बीच पोरबंदर में भी कोस्ट गार्ड के हेलीकॉप्टर आसमान में नजर आने लगे हैं और लगातार सायरन बजा लोगों को चेतावनी दे रहे हैं. कोस्ट गार्ड की तरफ से समुद्र के अंदर गए मछुआरों से भी लगातार अपील की जा रही है. उन्हें तुरंत किनारे पर आने की वॉर्निंग जारी की जा रही है. वहीं, मौसम विभाग की तरफ से भी चिंता जाहिर की गई है. गुजरात को लेकर बयान जारी किया गया है कि 17 मई को चक्रवात तौकते राज्य में विकराल रूप ले सकता है और हवाएं भी 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती दिख सकती हैं. जब तूफान अपनी चरम पर होगा तब गुजरात में हवाएं 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी चल सकती हैं.
गुजरात के अलावा महाराष्ट्र में भी तूफान से लड़ने की पूरी तैयारी कर ली गई है. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद से राज्य में NDRF को अलर्ट कर दिया गया है. वहीं कई टीमें स्टैंडबाय पर भी रखी गई हैं. खबर तो ये भी आई है कि पुणे से NDRF की एक टीम को गोवा भी भेज दिया गया है. वहां भी चक्रवात तौकते का खतरा बना हुआ है. इस समय केरल के भी कुछ इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग की तरफ से केरल के तीन जिलों तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और पत्तनंतिट्टा में जो रेड अलर्ट जारी किया गया था उसे अब हटा दिया गया है. वहीं दूसरी तरफ अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, मलप्पुरम, पलक्कड़, कोझीकोड और वायनाड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.