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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को उस नौ वर्षीय बच्ची के माता पिता से मुलाकत की जिसकी पिछले दिनों संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई थी। बच्ची के परिवार ने उसकी दुष्कर्म के बाद हत्या किये जाने के आरोप लगाया। राहुल गाँधी ने बच्ची के माता पिता से मुलाकात कर उसकी तस्वीर ट्वीटर पर साझा करते हुए लिखा – ” माता-पिता के आँसू सिर्फ़ एक बात कह रहे हैं- उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हक़दार है। और इस न्याय के रास्ते पर मैं उनके साथ हूँ। “

उधर भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी की इस मुलाकात को रानजीतिक करार करते हुए कई सवाल पूछे। भाजपा ने राहुल पर पॉक्सो एक्ट के उल्लंघन का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि पीड़िता के परिजनों की पहचान उजागर कर के नियमों का उल्लंघन किया गया है। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि पात्रा ने कहा ‘होशियारपुर की दलित बेटी, छत्तीसगढ़ में इस साल 36 रेप की घटना हुई लेकिन राहुल गांधी वहां नहीं गए।’ भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया ‘राहुल गांधी ने आज राजनीति फायदे के लिए पीड़ित बच्चे के माता पिता के फोटो को ट्वीट किया है जो कि पोस्को एक्ट के खिलाफ है। इसके साथ ही बीजेपी ने राहुल गांधी द्वारा पॉक्सो एक्ट, जुवेनाइल एक्ट के उल्लंघन पर जवाब मांगा है।’

पात्रा ने कहा ‘ मैं आज भाजपा की ओर से NCPCR से निवेदन करूंगा कि राहुल गांधी द्वारा जिस प्रकार से POCSO act की धारा 23 और किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) की धारा 74 का उल्लंघन किया गया है, NCPCR उसका संज्ञान लें और राहुल गांधी को नोटिस जारी करे। ‘ इससे पहले पात्रा ने कहा कि कल राहुल गांधी जी ने ट्वीट किया कि दलित की बेटी हिंदुस्तान की बेटी है। इसमें कोई दो मत नहीं है। उसे न्याय मिलना ही चाहिए। लेकिन क्या राजस्थान की दलित बेटी, छत्तीसगढ़ की दलित बेटी और पंजाब की दलित बेटी, जिसके साथ जघन्य अपराध होता है, क्या ये हिंदुस्तान की बेटियां नहीं हैं?

उन्होंने कहा कि दिल्ली में नांगलराय में जिस प्रकार से एक नन्हीं सी बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है, हम सब उसकी घोर निंदा करते हैं। कानून व्यवस्था पूरी तरह से सजग होकर इसपर काम कर रही है, 4 से अधिक लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं। SC कमीशन और जॉइंट सीपी पुलिस भी पीड़िता के घर गए थे। पात्रा ने कहा- ‘एनसीआरबी के अनुसार राजस्थान बलात्कार के मामलों में शीर्ष पर है। पिछले 6 महीनों में राजस्थान में बलात्कार के मामलों में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2020 में राजस्थान में 13,750 केस बलात्कार के हुए। गहलोत सरकार ने विधानसभा सत्र में बलात्कार पर हो रही चर्चा पर ये जवाब दिया था कि दलित महिलाएं बलात्कार के झूठे केस दर्ज कराती हैं। विधानसभा के पटल पर उन सारे एनजीओ पर उंगली उठाई गई थी, जो दलित अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ते हैं। ‘