राजधानी दिल्ली में नए साल का जश्न गंभीर स्तर के प्रदूषण के बीच मनाने को मजबूर होगी। 31 दिसंबर को राजधानी का प्रदूषण स्तर कुछ समय के लिए गंभीर स्तर पर पहुंच सकता है। ऐसे में उन लोगों को इस स्थिति में देखकर ही जश्न की प्लानिंग करनी होगी जिन्हें सांस की दिक्कतें या अस्थमा है। ऐसे लोगों के लिए लापरवाही काफी भारी पड़ सकती है। 30 दिसंबर से ही प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू हो जाएगा। 31 दिसंबर को हवाओं की गति काफी कम हो जाएंगी। इसकी वजह से गंभीर स्तर राजधानी को झेलना पड़ेगा। बल्कि नए साल के पहले दिन भी प्रदूषण की स्थिति कुछ खास अच्छी नहीं रहेगी। प्रदूषण लोगों का दम घोंटता रहेगा। गंभीर स्तर के प्रदूषण में सामान्य लोगों को भी सांस लेने में परेशानी होती है। एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 401 या इससे अधिक हो जाता है तो इसे गंभीर स्तर माना जाता है। रविवार रात करीब 6 बजे एयर इंडेक्स 407 पर पहुंच गया था। लेकिन इसके बाद आई हवाओं ने प्रदूषण में तेजी से कमी की। सुबह 8 बजे एयर इंडेक्स 324 पहुंच गया था। एनसीआर में भी प्रदूषण तेजी से कम हुआ है। भिवाड़ी का एक्यूआई 318, फरीदाबाद 296, गाजियाबाद 256, ग्रेटर नोएडा 237, गुरुग्राम 226 और नोएडा 225 पर रहे। दिसंबर में यह दूसरा मौका है जब बिना बारिश के दिल्ली एनसीआर की हवा में इतना सुधार आया है। इससे पहले 19 दिसंबर को राजधानी का एक्यूआई खराब स्तर पर रहा था।