कोरोना संकट काल के बीच जब सिस्टम कमज़ोर पड़ा तो अलग-अलग तबके के लोगों ने एक दूसरे की मदद करना शुरू कर दिया. मुश्किल वक्त में कई राजनीतिक दलों के नामी लोगों ने भी अपने स्तर पर लोगों की मदद की, इनमें से ही कई लोगों से दिल्ली पुलिस ने पूछताछ की थी. जिसमें यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी., गौतम गंभीर, मुकेश शर्मा समेत अन्य लोग शामिल थे. अब जानकारी है कि शुरुआती रिपोर्ट में इन सभी को क्लीन चिट मिल गई है. दिल्ली पुलिस के द्वारा इस पूरे मामले की एक रिपोर्ट दिल्ली हाईकोर्ट को दी गई है, जिसमें सभी राजनेताओं को क्लीनचिट दी गई है. इन सभी नेताओं से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की थी.
शुरुआती रिपोर्ट में ये जानकारी मिली है कि किसी भी नेता ने अपने पास किसी तरह की जमाखोरी नहीं की थी. बल्कि ये सभी लोगों को दवाइयों और ऑक्सीजन जैसी ज़रूरत की चीज़ें दिलवाने में मदद कर रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान किसी से कोई पैसा नहीं लिया गया है और ना ही किसी तरह का फ्रॉड हुआ है. इस मामले को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में सोमवार को सुनवाई होनी है, हालांकि दिल्ली पुलिस की इस मामले में पूरी रिपोर्ट आने में 6 हफ्ते का वक्त लग सकता है. पूछताछ के दौरान गौतम गंभीर ने दिल्ली पुलिस को खरीदी गई दवाई की जानकारी दी. गंभीर के मुताबिक, उनके फाउंडेशन की ओर से fabiflu की कुल 2628 स्ट्रिप खरीदी गई थीं, जिन्हें आधिकारिक वेंडर्स से ही लिया गया था.
गौरतलब है कि कोरोना संकट काल में जब कहीं से कोई आस नहीं दिख रही थी, तब आम लोगों ने सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगाना शुरू किया था. इसी कड़ी में यूथ कांग्रेस के श्रीनिवास बी.वी., बीजेपी के गौतम गंभीर, कांग्रेस के मुकेश शर्मा, अली मेहंदी, आम आदमी पार्टी के दिलीप पांडे समेत अनगिनत लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए ही लोगों की मदद की. जब मदद को लेकर दिल्ली पुलिस ने इन सभी से सवाल-जवाब किए तो काफी बवाल हुआ. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेताओं ने सरकार की मंशा पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया.