किसान आंदोलन से संबंधित टूलकिट मामले में जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी पर दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजा है। दिल्ली पुलिस के डिप्टी कमिश्नर और साइबर क्राइम सेल को भी इस मामले में महिला आयोग ने नोटिस जारी किया है। दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस को एफआईआर की प्रतिलिपि प्रदान करने के लिए कहा है। इसके साथ ही कथित तौर पर उसे ट्रांजिट रिमांड और विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट के लिए स्थानीय अदालत के समक्ष पेश नहीं करने का कारण भी पूछा है।
बता दें कि दिशा रवि की गिरफ्तार को लेकर किसानों से लेकर विपक्षी दलों के नेता सवाल उठा रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिशा रवि की गिरफ्तारी को लोकतंत्र पर हमला बताया था। वहीं आज दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव का बयान भी सामने आया है। पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि 22 साल वाले व्यक्ति और 50 साल वाले व्यक्ति के लिए कानून अलग-अलग नहीं हो सकता। कानून सभी के लिए बराबर है। कोर्ट ने गिरफ़्तारी को सही मानते हुए 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा। जो लोग कहते हैं कि गिरफ्तारी में गलत तरीक से हुई है ये बिल्कुल झूठ है। टूलकिट मामले में खालिस्तानी-आईएसआई कनेक्शन, भजन सिंह और पीटर फ्रेडरिक का नाम आया सामने
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि के साथ मुंबई की वकील निकिता जैकब और पुणे के इंजीनियर शांतनु ने किसानों के आंदोलन के संबंधित ”टूलकिट” बनाई थी और भारत की छवि को धूमिल करने के लिए उसे अन्य लोगों के साथ साझा किया था। पुलिस ने दावा किया कि बेंगलुरु से शनिवार को गिरफ्तार की गई दिशा रवि ने जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को टेलीग्राम ऐप के जरिये ”टूलकिट” भेजी थी और उस पर कार्रवाई करने के लिए उसे राजी किया था। पुलिस ने बताया कि डाटा भी हटा दिया गया था। दिशा के टेलीग्राम खाते से पता चलता है कि ”टूलकिट” से संबंधित कई लिंक हटाए गए थे।