लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि यह बजट गुजरात में मुख्यमंत्री रहते नरेंद्र मोदी के अनुभवों पर आधारित है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये बजट पीएम नरेंद्र मोदी के अनुभवों पर आधारित है जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे. तब 1991 के बाद लाइसेंस कोटा राज जा रहा था उस दौरान गुजरात में कई काम हो रहे थे उसी अनुभव के आधार पर अपने रिफॉर्म्स को इस बजट में शामिल किया. इस दौरान निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने राहुल गांधी के ‘हम दो हमारे दो’ वाले बयान पर भी पलटवार किया है.
निर्मला सीतारमण ने बजट पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा, ‘यह बजट नीतियों पर आधारित है. हमने अर्थव्यवस्था को खोला कई सुधार किए. भाजपा ने लगातार भारत, भारतीय व्यवसाय अर्थव्यवस्था की मजबूती पर विश्वास किया. यह जनसंघ से लेकर अभी तक चल रहा है. भारतीय उद्यम जिस सम्मान के हकदार थे हमने वह दिया.’ निर्मला ने कहा, ‘बजट भाषण में मैंने बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि हम स्वास्थ्य के लिए एक समग्र दृष्टिकोण ले रहे हैं. महामारी की स्थिति में भी सरकार ने प्रोत्साहन सुधार जैसे कार्य किए हैं. महामारी जैसी चुनौतीपूर्ण स्थिति सरकार को इस देश में दीर्घकालिक विकास को बनाए रखने के लिए आवश्यक सुधारों पर फैसले लेने से नहीं रोक सकती है.’
वित्तमंत्री ने कहा, ‘कोरोना महामारी के बावजूद भारत आत्मनिर्भर बनेगा. कोरोना भी हमारी सरकार को सुधार करने से नहीं रोक पाया. आने वाले समय में भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक होगा. इस बार के बजट को इस तरीके से तैयार किया गया है, जिससे देश के हर नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके. सरकार को देश के युवाओं पर पूरा भरोसा है.’ उन्होंने कहा, ‘2013-14 में राजस्व के तहत 1,16,931 करोड़ रुपये, पूंजी के तहत 86,741 करोड़ 44,500 करोड़ रुपये पेंशन के तहत आवंटित किए गए थे. अब राजस्व के तहत 2,09,319 करोड़, पूंजी के तहत 1,13,734 करोड़ पेंशन के तहत 1,33,825 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.’
निर्मला ने कहा, ‘सवाल था कि आपने खेती के बजट को 10 हजार करोड़ क्यों कम किया? आपको किसानों की चिंता नहीं है? इसे ठीक से नहीं समझा गया क्योंकि पीएम किसान सम्मान योजना के शुरू होने से लेकर 10.75 करोड़ किसानों के बैंक खातो में 1.15 लाख करोड़ ट्रांसफर किया गया.’ इस दौरान वित्त मंत्री ने कांग्रेस को निशाने पर लिया. लोकसभा में निर्मला सीतारमण के जवाब के दौरान बार बार दामाद शब्द गूंजा.
राहुल गांधी के ‘हम दो हमारे दो’ वाले बयान पर निर्मला सीतारमण ने कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा, ”हम 2 हमारे 2′ यह है कि – हम 2 लोग हैं जो पार्टी की देखभाल कर रहे हैं 2 अन्य लोग हैं, जिन्हें मुझे ध्यान रखना है, बेटी दामाद इसका ख्याल रखेंगे.’ वित्त मंत्री ने कहा कि हम न दामाद के लिए काम करते हैं न ही क्रोनी के लिए. हम जनता के लिए काम करते हैं. निर्मला सीतारमण ने कहा कि शशि थरूर यहां पर मौजूद हैं. केरल में जब उनकी पार्टी की सरकार थी तो इन लोगों ने एक क्रोनी को यहां बुलाया था. न कोई टेंडर न कुछ ये लोग हमें क्रोनी कैपिटलिस्ट कहते हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि केरल में कोई दामाद नहीं रहता है…दामाद यहां रहता है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम स्वनिधि योजना से गरीबों को फायदा हुआ. दलितों पिछड़ों को फायदा हुआ. हम इनके लिए काम करते हैं…किसी दामाद के लिए काम नहीं करते. इस दौरान कृषि कानूनों पर भी निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस क्यों पहले कृषि कानूनों का समर्थन करती थी अब बदल गई. किसानों को इतना ज्ञान देने वाली कांग्रेस बहुत से राज्यों में चुनाव जीतने के लिए कहती थी कि हम कृषि लोन देंगे लेकिन मध्य प्रदेश में यह लागू नहीं हुआ. कांग्रेस ने वोट लिया किसानों को गुमराह किया.’
निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘कांग्रेस ने राजस्थान, मंध्य प्रदेश छतीसगढ़ में कर्ज माफी नहीं किया. उम्मीद थी कि कांग्रेस ने इस पर बयान देगी लेकिन नहीं दिया. उम्मीद थी कि कांग्रेस पराली के विषय पर पंजाब में कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों को कुछ राहत दिलाएगी मगर ये भी नहीं किया.’ वित्त मंत्री ने कहा कि उम्मीद थी की हमारे तीन कानूनों में से कम से कम एक बिंदु निकालकर वे बोलें कि इसकी वजह से किसानों को नुकसान होगा मगर यह भी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बोल सकती थी कि हम दो हमारे दो में दामाद को आदेश देकर आए हैं कि जमीन वापस करो लेकिन वह भी नहीं किया.