मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पिटारे से राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए एक खुशखबरी निकली है। राज्य सरकार ने इस बजट के माध्यम से ये घोषणा की है कि कोरोना काल में जिन कर्मचारियों का वेतन रोका गया था अब उन्हें जल्द दे दिया जाएगा। इसके लिए बजट में 1600 करोड़ का प्रावधान किया गया है। राजस्थान सरकार ने पहली बार पेपरलेस बजट पेश किया। इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना के चलते जीन-जीवन प्रभावित हो गया। कोरोना का प्रभाव ऐसा था कि सभी सोच रहे थे कि सरकार अपना बजट कैसे पेश करेगी। क्या पेश करेग। लेकिन ये तो जादूगर की जादूगरी है। आगे-आगे देखते जाओ होता है क्या। उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में शेर भी कहा- ”मेरे हौसलों में अभी जान बाकी है। मेरी सादगी से ये अंदाजा मत लगाना। ये शुरुआत भर थी, अभी उड़ान बाकी है।”
सीएम गहलोत ने कहा- मैं सात बार पानी पी चुका हूं। वसुंधरा राजे ने जब बजट पेश किया था उस वक्त उन्होंने एक बार भी पानी नहीं पीया था। यह बड़ी बात है। मैं पानी पी पीकर आपको कोस नहीं रहा हूं। मेरा दिल तो पक्ष-विपक्ष के लिए प्रेम से भरा है। राजे का बिना पानी पीए बोलना बड़ी बात थी। उन्होंने वसुंधरा राजे को कहा कि आप तो सब तरह के कारीगर हो।