मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दौरे के दूसरे दिन गुरुवार की सुबह नित्य दिनचर्या के बाद गोरखनाथ मंदिर में जनता दरबार लगाया। सीएम ने लोगो की फरियाद सुनी और उन्हें कार्यवाई का भरोसा दिलाया। जनता दरबार में गोरखपुर सहित अन्य जिलों में 100 से अधिक फरियादी आये थे। सीएम योगी एक एक कर फरियादियों के पास गए। सबकी समस्या सुनने के साथ प्रार्थना पत्र लेकर अधिकारियो को कार्यवाही का निर्देश भी दिया। अधिकारियो से कहा की, गोरखपुर मंडल के शिकायती पत्रों का निस्तारण वह शीघ्र करे। इसके अलावा अन्य जिलों की समस्याओं को लखनऊ दे दे।
आज के जनता दरबार में भी सीएम योगी का तेवर भू-माफियाओं के खिलाफ काफी सख्त दिखा। आज भी सबसे अधिक शिकायतें पुलिस से और भूमि विवादों से जुड़ी थीं। जब सीएम एक-एक कर सभी की शिकायतें सुन रहे थे। तभी कैंट क्षेत्र के महादेव झारखंडी की महिला बिंदू देवी ने अपनी समस्या सीएम के सामने रखी। जिसमें ओमप्रकाश पांडेय के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज मुकदमों का उल्लेख भी था। महिला ने कहा कि भू-माफिया ओमप्रकाश पांडेय और उसके सहयोगी तहसील कर्मचारियों की मिलीभगत से उनकी जमीन फर्जी तरीके से बेच दिए। वह पैसे भी नहीं दे रहा। इतना सुनते ही सीएम अधिकारियों की तरफ मुड़े और बोले की अभी भी गोरखपुर में भूमाफिया बचे हैं क्या? उनके इस सवाल पर मौजूद अधिकारी चुप हो गए। इस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल सख्त कार्रवाई करने को कहा। योगी ने कहा कि भूमि विवाद के मामलों पर गंभीर हो जाएं। भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई तेज करते हुए उनसे सख्ती से निपटा जाए।
एकला नंबर 2 गुलरिहा के रहने वाले झीनक ने सीएम को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि, कुछ भू-माफिया दस्तावेज लेखक अधिवक्ता प्रशांत कुमार के सहयोग से उनकी करीब 29 लाख की जमीन का फर्जी ढंग से रजिस्ट्री करा लिया। इस मामले में दर्ज मुकदमें में कैंट थाने के विवेचना अधिकारी अशोक मिश्रा ने अपने पूर्व विवेचना अधिकारी सुनील कुमार वर्मा द्वारा एकत्र साक्ष्यों को दरकिनार कर मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। उन्होंने सीएम योगी से मामले की फिर से विवेचना और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। सीएम के सामने पहुंचे इस तरह के करीब आधा दर्जन मामलों पर सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।