कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को गुजरात में 6 नगर निगमों के चुनाव के लिए 42.21 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट, जामनगर और भावनगर के छह नगर निगमों के 144 वार्डों में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ जो कि शाम छह बजे तक जारी रहा. सुबह के समय बूथों पर मतदाताओं की भी कतार नजर आई. हालांकि, बाद में मतदान में सुस्ती रही. मतदान संपन्न होने के बाद राज्य चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, अहमदाबाद में सबसे कम 38.73 फीसदी मतदान दर्ज किया गया जबकि सबसे अधिक 49.86 फीसदी वोट जामनगर में पड़े. इसी तरह, राजकोट में 47.27 फीसदी, भावनगर में 43.66 फीसदी, सूरत में 43.52 फीसदी और वडोदरा में 43.47 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया.
मतदान होने के बाद राज्य चुनाव आयुक्त संजय प्रसाद ने एक वीडियो संदेश में कहा कि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए. उन्होंने कहा कि कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है. इन चुनावों में मुख्य मुकाबला बीजेपी और मुख्य विपक्षी कांग्रेस के बीच है. बीजेपी का पिछले कई कार्यकाल से इन छह नगर निगमों पर शासन रहा है.
आम आदमी पार्टी (आप) ने दावा किया है कि वह बीजेपी और कांग्रेस के सामने एक प्रभावी विकल्प होगी, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पहली बार स्थानीय निकाय चुनाव लड़ रही है. अधिकारियों ने कहा कि 575 सीटों पर मतदान के लिए लगभग 32,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया. प्रत्येक वार्ड में चार पार्षद हैं. छह नगर निगमों में कुल 2,276 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा, जूनागढ़ नगर निगम में दो सीटों पर उपचुनाव के लिए नौ उम्मीदवार भी मैदान में हैं.
चुनाव लड़ने वालों में बीजेपी से 577, कांग्रेस से 566, आप से 470, राकांपा से 91, अन्य दलों से 353 और 228 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं. राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, कुल 1.14 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 60.60 लाख पुरुष और 54.06 लाख महिलाएं शामिल हैं. मतगणना 23 फरवरी को होगी.