केन्द्र सरकार के साथ मिलकर हरियाणा की मनोहर सरकार सूबे में सड़क कनेक्टिविटी मजबूत करने की दिशा में हरसंभव प्रयास कर रही है. वहीं, ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए भी कई प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम हो रहा है. इसी कड़ी में अब राहत भरी खबर सामने आई है कि गुरुग्राम मेट्रो डेवलपमेंट ऑथोरिटी (GMDA) 3 नेशनल हाईवे को आपस में कनेक्ट करने की योजना बना रही है.
- इसके तहत दिल्ली- जयपुर (NH-48), गुरुग्राम- अलवर (NH-248A) और गुरुग्राम- महरौली (NH-148A) को जोड़ा जाएगा. इन नेशनल हाईवे की आपस में कनेक्टिविटी होने से लाखों वाहन चालकों को फायदा पहुंचेगा.
- इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम होने की संभावनाएं उस समय मजबूत हुई जब चंडीगढ़ में हुई बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने GMDA के 100 करोड़ से अधिक की सभी परियोजनाओं की समीक्षा कर काम शुरू करने के आदेश जारी किए. ऐसे में इसी महीने इस प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार होने के कयास लगाए जा रहे हैं.
शहर के एसपीआर (सदर्न पेरिफेरल रोड) प्रॉजेक्ट के तहत इस प्लान पर काम किया जा रहा है. एसपीआर पर जहां 3 फ्लाईओवर बनेंगे, वहीं वाटिका चौक और राजीव चौक से क्लोवरलीफ बनाकर सोहना एलिवेटेड के रास्ते दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. ऐसे में एसपीआर, फरीदाबाद रोड, दिल्ली- जयपुर हाइवे सीधे दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे से कनेक्ट हो जाएंगे.
इस प्रॉजेक्ट के तहत गांव घाटा से वाटिका चौक तक तीन अंडरपास, दोनों ओर दो- दो लेन की सर्विस लेन का निर्माण होगा. फुटपाथ, ड्रेन और सीवर लाइन आदि का काम होगा. इसके अलावा, वाटिका चौक से पहले बादशाहपुर की ओर कलेवरलीफ से बादशाहपुर के आगे तक सोहना एलिवेटेड पर कनेक्ट किया जाएगा.
- इसी प्रकार, NH-48 पर राजीव चौक के निकट बेरीवाला आगमन साइड से क्लोवरलीफ से ही सोहना रोड ऐलिवेटेड पर स्टेडियम से आगे गांव इस्लामपुर के पास कनेक्ट किया जाएगा. बता दे इस पूरे प्रोजेक्ट पर 845 करोड़ रुपए की लागत राशि खर्च आएगी.
- NH-48 पर राजीव चौक और ओल्ड सिटी के अलावा एसपीआर, सेक्टर 56 से 65, फरीदाबाद रोड़, महरौली, एमजी रोड़, IFFCO चौक, दिल्ली के महरौली की ओर से आने वाले ट्रैफिक को फायदा पहुंचेगा. करीब डेढ़ लाख वाहनों को दिल्ली- जयपुर हाइवे, एसपीआर, दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे, सोहना और मेवात जाने के लिए बेहतर और सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी.GMDA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) का सहयोग लिया जाएगा. दोनों विभाग मिलकर इस योजना को आगे बढ़ाएंगे और इसी साल दिसंबर से पहले इस प्रोजेक्ट की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.