Bharat Vritant

भारत के दक्षिण में बरसात का मौसम जारी है। महाराष्ट्र के कई जिलों में बरसात हो रही है तो वहीं मराठवाड़ा और विदर्भ जिलों में बेमौसम बरसात का सीजन शुरू हो चुका है। ऐसा अनुमान है कि मार्च 20-23 के बीच राज्य में तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है। मराठवाड़ा में अचानक बेमौसम बारिश हुई। इस बेमौसम बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है। मौसम विभाग के मुताबिक, 20 से 23 मार्च तक मराठवाड़ा, विदर्भ और राज्य के अन्य इलाकों में बरसात का अलर्ट जारी है। ऐसे में किसानों का जीवन अधर में लटका हुआ है। इस बीच उकाडा में बेमौसम बरसात ने किसानों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है।

जालौन जिलेमें बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है। हसनाबाद, तालेगांव, सुरंगाली इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी ओलावृष्टि हुई। इस ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। मराठवाड़ा में हुई बारिश से किसानों में भ्रम की स्थिति हो गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अकोला, अमरावती और गोंदिया जिलों में गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।

बारिश जिले में भी तेज आंधी और तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई। इसलिए क्षेत्र में बागों के साथ-साथ रबी की फसल को भी नुकसान पहुंचेगा। लातूर जिले के कई हिस्सों में आधी रात को गरज के साथ हल्की बरसात हुई। मौसम विभाग ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के चलते विदर्भ सहित मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में 20-23 मार्च के बीच तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है। इससे पहले बीती 18 मार्च को नागपुर, पुणे और अन्य शहरों बारिश हुई थी। महाराष्ट्र के कुछ अन्य हिस्सों में भी बारिश देगी गई। लेकिन सूखाग्रस्त इलाकों में बेमौसम बरसात ने किसानों की परेशानों को और भी बढ़ा दिया है।