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हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र के चौथे दिन सदन में कार्यवाही प्रश्नकाल के साथ शुरू हुई, लेकिन सदन की कार्यवाही शुरू होने के आधे घंटे के भीतर ही सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। सरकार ने मुख्य सचिव अनिल खाजी को पद से हटा दिया है। प्रदेश सरकार ने गुरुवार को अनिल खाजी को राज्य चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्ति दी है। इस संबंध में नियुक्ति आदेश जारी कर दिए गए है। हिमाचल सरकार ने 1986 बैच के आईएएस अधिकारी अनिल कुमार खाजी को दिसंबर 2019 में मुख्य सचिव नियुक्त किया था। वही अब नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे है।

सरकार की ओर से जारी ादेशो में लिकगा गया है की अनिल खाची ने ऐच्छिक सेवानिवृति ली है और उनकी खुद की मांग पर सरकार ने आदेश जारी किया है। वहीँ, कयासों का दौर भी जारी है, क्यूंकि खाची की मंत्रियो के साथ अच्छी पैठ नहीं थी। हाल ही में वः कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह से भी भीड़ गए थे और कैबिनेट मीटिंग के दौरान इन दोनों में बहस हुई थी। इससे पहले विधानसभा सत्र के चौथे दिन सदन में 11 से 12 बाके तक जहां विपक्ष के शांत होने पर प्र्शनकल में गतिरोध टुटा, वहीं ठीक 12 बजे प्रश्नकाल ख़तम होने के बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अघनिहोत्री ने मामला उठाया की मुख्य सचिव को बदला जा रहा है। बाईट दिन परमार जयंती पर हिमाचली होने की बात हो रही थी। अघनिहोत्री ने कहा की हिमाचल का एक व्यक्ति मुख्या सचिव बना। इतने बड़े अहोदे पर पंहुचा। ऐसा क्या है की अब मुख्या सचिव को बदला जा रहा है? पहले वीसी फारका थे, वे हिमाचली थे रास नहीं आए, फिर विनीत चौधरी और बाइक अग्रवाल रहे वो भी बदले गए।