BHARAT VRITANT

26 जनवरी के दिन देश की राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा और दिल्ली पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों ने जो बर्बरता की उसके खिलाफ आज दिल्ली पुलिस और उनके परिवार वाले प्रदर्शन कर रहे हैं। ये विरोध प्रदर्शन शहीदी पार्क में किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली की आड़ में प्रदर्शनकारियों ने लाल किले में घुसकर हिंसा की। पुलिसवालों पर लाठी, डंडो, भाले, पत्थर और यहां तक की तलवार से हमला किया गया।

बता दें कि 26 जनवरी के दिन आईटीओ पुलिस हेड क्वार्टर से शुरू हुए हंगामे के बाद हजारों की संख्या में लोग चांदनी चौक और सिविल लाइन के रास्ते लाल किले पर पहुंचे और एकाएक उसके दरवाजे की एंट्री पर लगी बैरिकेडिंग को तोड़ दिया। इसमें से कुछ पैदल, कुछ ट्रैक्टर और यहां तक कि कुछ घोड़ों पर सवार होकर वहां पहुंचे थे। जिसके बाद हजारों की संख्या में किसान लाल किले की दीवारों पर चढ़ गए और उसे अपने कब्जे में ले लिया। किसान ध्वज स्तंभ पर भी चढ़ गए। इसी बीच एक युवक ने लाल किले में ध्वज स्तंभ पर एक त्रिकोण आकार का झंडा फहरा दिया। पुलिस के अधिकारी और पैरामिलिट्री फोर्स मौके पर पहुंची और किसानों को हटाने की कोशिश की तभी हंगामा शुरू हो गया हो गया। मौके पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और बल प्रयोग किया गया। इस मौके पर पुलिस और किसानों की भिड़ंत में 40 से अधिक पुलिसकर्मी और 15 से ज्यादा किसान गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

बुधवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना की जानकारी देते हुए कहा कि किसानों ने कल पुलिस के द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए पुलिस बैरिकेड तोड़कर हिंसक घटनाएं की। कुल मिलाकर 394 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और कुछ पुलिसकर्मी ICU में भी है। हम दिल्ली में गैर-क़ानूनी तरीके से किए गए आंदोलन और उस दौरान हिंसा और लाल किले पर फहराए गए झंडे को बड़ी गंभीरता से ले रहे हैं। हिंसा करने वालों की वीडियो हमारे पास है, विश्लेषण हो रहा है।

किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में गृह मंत्रालय द्वारा सख्त रुख अपनाए जाने के बाद दिल्ली पुलिस ऐक्शन में आई। पुलिस ने ट्रैक्टर परेड के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) पर साइन करने वाले सभी किसान नेताओं के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की । जिन किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है उनमें हरपाल सिंह, बूटा सिंह,डा.दर्शन पाल ,राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, वीएम सिंह, विजेंदर सिंह, विनोद कुमार, राजेंद्र सिंह, बलवीर सिंह राजेवाल, जगतार बाजवा, जोगिंदर सिंह उगराहां और मेघा पाटेकर मुख्य रुप से हैं।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि लाल किले पर झंडा फहराना भी नेताओं की साजिश का हिस्सा था। इसी संबंध में दिल्ली पुलिस ने लूट, हत्या, डकैती, जान से मारने की कोशिश और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में 35 एफ आई आर दर्ज की है। जिनमें 72 लोगों को अब तक नामजद किया गया है। इनमें से 23 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि अब तक 200 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए हैं।

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