कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का हंगामा जारी है. दिल्ली की सीमाओं पर उनको प्रदर्शन करते हुए 68 दिन बीत चुके हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने किसान आंदोलन को खत्म करने का एक सुझाव दिया है. सुब्रमण्यम स्वामी के मुताबिक, उन्होंने यह सुझाव बीजेपी के ही सांसदों को दिया, जिसपर सांसद सहमत भी हुए.
सुब्रमण्यम स्वामी ने लिखा, ‘किसान आंदोलन से कैसे निपटा जाए इसके बारे में बीजेपी के दर्जन भर सांसदों ने आज मुझसे अनौपचारिक बातचीत की. मैंने सलाह दी कि कृषि कानूनों में एक प्रावधान होना चाहिए जिसमें कहा जाए कि यह सिर्फ उन्हीं राज्यों पर लागू होगा जिसकी तरफ से केंद्र को लिखकर दिया जाएगा कि वे इसे लागू करना चाहते हैं.’ सुब्रमण्यम स्वामी ने आगे कहा कि उनकी सलाह सभी सांसदों को ठीक लगी.
बता दें कि कई बीजेपी शासित राज्य पहले ही यह दावा कर चुके हैं कि उनके यहां कृषि कानूनों को लेकर किसानों में कोई नाराजगी नहीं है. इसमें गुजरात और मध्य प्रदेश प्रमुख हैं. दूसरी तरफ पंजाब, महाराष्ट्र, केरल की सरकार खुले तौर पर इन कानूनों को चुनौती देने की बात कर रही है. केरल विधानसभा में कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पास किया जा चुका है. किसानों के अलग-अलग संगठन भी आंदोलन पर बंटे हुए हैं. कई सीधे तौर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलकर कानूनों का समर्थन कर चुके हैं.