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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना में नए-नए सियासी दावं खेले जा रहे है। प्रदेश में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव है और ऐसे में सभी पार्टियां इस गंभीर मुद्दे को अपने चुनावी एजेंडे के तौर पर सियासी खेल चला रही है। तो वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की घटना की पृष्ठभूमि में शनिवार को कहा कि किसानों को न्याय दिलाना सबका कर्तव्य है। उन्होंने कांग्रेस की ओर से ‘स्पीकअप फॉर किसान न्याय’ हैशटैग से चलाए गए सोशल मीडिया अभियान के तहत ट्वीट कर यह टिप्पणी की।

राहुल गांधी ने कहा, ”आज खाना खाते समय उन अन्नदाता के बारे में सोचिए, जो देश का पेट भरने के लिए अपना खून-पसीना देते हैं। उन्हें न्याय दिलाना हमारा कर्तव्य है।” इस अभियान के तहत कांग्रेस के कई अन्य नेताओं ने भी लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ित किसानों के लिए आवाज उठाई।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया, ”देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि एक तरफ गृह राज्य मंत्री के बेटे की गाड़ी जानबूझकर किसानों को रौंदती हुई निकल जाती है और देश की सत्तारूढ़ पार्टी उन किसानों के साथ नहीं बल्कि उनके खिलाफ खड़ी हुई नज़र आती है।” युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास ने बोला भाजपा पर हमला

भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने दावा किया, ”जलियांवाला बाग़ नरसंहार के बारे में सुना था, लेकिन शायद कभी हमने सोचा नहीं था कि ऐसा कोई नरसंहार हमें आज़ाद भारत में भी कहीं देखने को मिलेगा। अपनी मेहनत से देशवासियों का पेट भरने वाले अन्नदाता को ही भाजपा नेताओं ने कुचल दिया।”

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में गत रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध करने के दौरान हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।