फरीदाबाद: अपराधों पर अंकुश लगाने में हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई डायल 112 की टीम अहम भूमिका निभा रही है। इस पहल के बहुत ही सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। जिसमें, अब पुलिस जल्द-से-जल्द घटनास्थल पर पहुंचकर मामले को सुलझा रही है। 12 जुलाई को मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा राज्य के सभी जिलों में पुलिस, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड संबंधी सेवाओं को प्राप्त करने के लिए एक नंबर डायल 112 जारी किया था। इसके अंतर्गत फरीदाबाद पुलिस को मिली 52 गाड़ियों को, पुलिस कमिश्नर श्री ओपी सिंह ने प्रत्येक थाना में दो-दो गाड़ी तैनात कर दिया। जिससे अब पुलिस मिनटों में घटनास्थल पर पहुंचती है। जिसकी वजह से अपराधों पर अंकुश लगाया जा रहा है। डायल 112 का कॉल सेंटर, पंचकूला में बनाया गया। जिसमें पूरे हरियाणा से कॉल्स प्राप्त होती हैं। प्राप्त कॉल को उनसे संबंधित जिले के आधार पर आवंटित किया जाता है। फिर संबंधित ERV टीम जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुंचती है।
फरीदाबाद पुलिस के पास 8 अगस्त तक 4153 मामले प्राप्त हुए हैं। इन मामलों में ज्यादातर घरेलू हिंसा तथा लड़ाई-झगड़े के मामले शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर मामलों को इआरवी की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर निपटाया गया है। पुलिस की इन ERV गाड़ियों में अत्याधुनिक उपकरणों को लगाया गया है। इसमें शिकायतों की उचित मॉनिटरिंग के लिए जीपीएस व कैमरा भी उपलब्ध है। घटनास्थल को सुरक्षित रखने व साक्ष्यों को सुरक्षित रखने के लिए किट भी मुहैया कराई गई है तथा अपराधियों को पकड़ने के लिए अपराधियों की हिस्ट्रीसीट भी उपलब्ध है।
श्री ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक गाड़ी जीपीएस सिस्टम, आग बुझाने के लिए उपकरण, रस्सा, एलईडी लाइट, डेस कैमरा, रिफ्लेक्टिव जैकेट से लैस है। इसके अलावा क्राइम सीन के लिए क्राइम सीन बैरियर, बॉडी शीट, बड़ी कांची, इत्यादि रहेंगे। दंगे की स्थिति पर काबू पाने के लिए प्रत्येक गाड़ी को दंगा निरोधक उपकरण से लैस की गई है। इसके अलावा गाड़ी में स्क्रुड्राइवर, स्क्रु कटर, आरी, फर्स्ट एड किट इत्यादि मौजूद हैं।
पुलिस आयुक्त श्री ओपी सिंह ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ईआरवी में तैनात पुलिसकर्मी नागरिकों के प्रति अपना व्यवहार विनम्र रखें तथा अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें जिससे लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास कायम रहे। पुलिसकर्मियों को अनुशासन में रहकर उनके कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा गया कि फील्ड में तैनात जवान ही फरीदाबाद पुलिस का आईना है इसलिए वह अपनी छवि को स्वच्छ रखें तथा पूरी सच्चाई के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें।
श्री सिंह ने कहा कि ईआरवी की वजह से शहर में पुलिस प्रेजेंट बढ़ी है और नागरिकों में सुरक्षा का भाव और अधिक मजबूत हुआ है। इस पहल से सूचना प्राप्त होने के महज 5 से 10 मिनट के अंदर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच जाती है और अपराधियों को घटना को अंजाम देने के पश्चात भागने का मौका नहीं मिलता। इसी का परिणाम है कि अपराधियों में पुलिस के प्रति भय बढ़ा है, जो अपराधों पर अंकुश लगाने में सबसे अधिक कारगर है। इसलिए नागरिकों से अनुरोध है कि किसी भी प्रकार की आपराधिक वारदात की सूचना तुरंत 112 नंबर पर दें। जिससे पुलिस जल्द-से-जल्द अपराधियों को गिरफ्तार करके उन्हें सलाखों के पीछे भेज सके।