गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान किसान और पुलिसकर्मियों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद संयुक्त किसान मोर्चा 30 जनवरी यानी आज पूरे देश में सद्भावना दिवस के रूप में मना रहा है। इस मौके पर किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि दिल्ली समेत पूरे देश में जहां-जहां कृषि कानूनों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन हो रहे हैं, वहां आज सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल की जाएगी। इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने न सिर्फ आंदोलनकारियों बल्कि सभी देशवासियों से अपील की है कि वे इस एकदिवसीय भूख हड़ताल में शामिल हों।
संयुक्त किसान मोर्चा ने एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार और भाजपा मिलकर किसान आंदोलन को बदनाम करने के भरसक प्रयास कर रहे हैं। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिुंसा का जिक्र करते हुए मोर्चा ने कहा कि ये भाजपा का प्लानिंग थी। इस हिंसा का सहारा लेकर किसानों आंदोलन के बदनाम किया जा रहा है। मोर्चा ने कहा कि 99 प्रतिशत लोगों किसानों ने तय रास्ते पर ही ट्रैक्टर रेली निकाली थी, लेकिन भाजपा के लोगों ने लाल किले पर जाकर उपद्रव मचाया और वहां लूटपाट की, इस घटना से संयुक्त किसान मोर्चा का कोई लेना देना नहीं है और न ही इसमें हमारा कोई आदमी शामिल था।
बता दें कि किसान मोर्चा के ओर से डॉ. दर्शनपाल ने गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे राकेश टिकैट की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने किसान की बात आंदोलन के जरिए सरकार के सामने मजबूती से रखी है और वे लगातार सरकार का मुकाबला कर रहे हैं। बीते दिन सिंघु बॉर्डर पर किसान और स्थानिय लोगों के बीच हुई हल्की झड़प का जिक्र करते हुए किसान मोर्चा ने कहा कि ये भाजपा का प्री प्लान था, जिसके लिए पूरी तरह से बीजेपी का कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं।