लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें संसद के बजट सत्र के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के एजेंडे पर चर्चा के लिए शनिवार को होने वाली सत्तारूढ़ गठबंधन की बैठक में आमंत्रित किया गया है। लोजपा सूत्रों ने बताया कि पासवान को बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है, लेकिन स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण वह इसमें शामिल नहीं हो पाएगें। इससे पहले भी लोजपा प्रमुख पहले एनडीए द्वारा आयोजित सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हो पाए थे।
लोजपा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोध में राज्य में राजग से अलग होकर अकेले राज्य विधानसभा चुनाव लड़ा था। इस घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में संसदीय मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी का पासवान को गठबंधन की बैठक के लिए आमंत्रित करना महत्व रखता है। लोजपा बिहार चुनाव में केवल एक सीट जीत पाई थी, लेकिन उसने जेडीयू को काफी नुकसान पहुंचाया था। जेडीयू की सीटों की संख्या 71 से गिरकर 43 रह गई थी, जिसके कारण कुमार की पार्टी ने पासवान की आलोचना की थी और इसके कुछ नेताओं ने सवाल किए थे कि क्या पासवान को केंद्र में राजग का अब भी हिस्सा बनाए रखना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक पासवान ने कई बार कहा है कि वह केंद्र में भाजपा के सहयोगी हैं। भगवा दल के वरिष्ठ नेताओं ने भी बिहार चुनाव में जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करने के लिए पासवान की निंदा की थी। एनडीए की बैठक के लिए पासवान को आमंत्रित किया जाना इस बात का इशारा करता है कि अपने कुछ अहम सहयोगियों को खो चुकी भाजपा लोजपा को अपना सहयोगी समझती है। जिसकी स्थापना दलित नेता रामविलास पासवान ने एक भागीदार के रूप में की थी।