जम्मू-कश्मीर में सोमवार को मौसम में सुधार दिखा, लेकिन ऊंचे पर्वतीय इलाकों पीर पंजाल, लद्दार, स्योजधार की चोटियों पर ताजा बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। भारी बर्फबारी के चलते कश्मीर के कई रास्ते कट गए। बारामुला, अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां, पुलवामा, आदि जिलों में बिजली व सड़क सम्पर्क बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। श्रीनगर हवाई अड्डे पर विमान सेवा बाधित रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे तक घाटी में बर्फबारी का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। वहीं मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है। जम्मू में सोमवार को सुबह से ही मौसम साफ रहा। बीच में बादल गहराए, लेकिन बरसे नहीं। मौसम साफ बने रहने से लोगों को राहत मिली। इससे संभाग में बिजली और पेयजल के ढांचे को दुरुस्त करने का काम भी विभागों की तरफ से युद्ध स्तर पर करने में मदद मिली है। वहीं जम्मू श्रीनगर नेशनल हाईवे पर भूस्खलन व फिसलन की वजह से इसे सोमवार को भी खोला नहीं जा सका। इस वजह से करीब चार हजार वाहन फंसे हुए हैं। वहीं बर्फ जमने के बाद शीतलहर का सिलसिला तेज होगा और ठंड का प्रकोप बढ़ना तय है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सोनम लोटस का कहना है कि मंगलवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में बर्फबारी और बारिश होगी। श्रीनगर में सोमवार को न्यूनतम तापमान माइनस 0.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान माइनस 0.7 डिग्री रहा। जम्मू में न्यूनतम तापमान 12.2 डिग्री सेल्सियस रहा। श्रीनगर और घाटी के सभी इलाकों में शनिवार देर रात से शुरू हुआ बर्फबारी का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। श्रीनगर में हुई इस सीजन की सबसे भीषण बर्फबारी के बाद प्रशासन ने मुख्य सड़कों से बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है। एसएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह सात बजे ही तीन हजार कर्मचारियों को बर्फ हटाने के लिए लगाया गया है। जहां मशीनरी नहीं जा सकती थी वहां मैन्यूअल क्लीयरेंस की गई। श्रीनगर शहर के कई इलाकों में बिजली सप्लाई भी प्रभावित हुई है। विभाग ने अपनी नफरी ग्राउंड पर तैनात कर दी है। जिन्होंने कई इलाकों में बिजली सप्लाई बहाल कर दी, जबकि पूरी सप्लाई को बहाल करने का कार्य किया जा रहा है।

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