टूलकिट कांड को लेकर दिल्ली पुलिस की साइबर सेल रोज नए खुलासे कर रही है. सियासी घमासान भी इस पर मचा हुआ है. इस बीच जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने टूलकिट केस में गिरफ्तार दिशा रवि का नाम लेते हुए सरकार पर तंज कसा है. दिशा रवि ने किसानों का समर्थन करके गलती कर दी. कन्हैया कुमार ने ट्वीट किया, ”दिशा रवि ने किसानों का समर्थन करके गलती कर दी. दंगाइयों का समर्थन करती तो शायद मंत्री, मुख्यमंत्री या क्या पता प्रधानमंत्री ही बन जाती. बेंगलुरू से गिरफ्तार हुई 21 साल की पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि अभी दिल्ली पुलिस की रिमांड में है.”
टूलकिट कांड में अब सातवां नाम सामने आया है. धालीवाल की सहयोगी अनिता लाल भी पुलिस के रडार पर है. दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद अब निकिता जैकब पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. शांतनु मुलुक को ट्रांजिट अग्रिम जमानत मिल गई है. इनके अलावा पुनीत, फ्रेडरिक भी पुलिस की रडार पर हैं. कनाडा के वैंकूवर में रहने वाली अनिता लाल पोएटिक जस्टिस वाले मो धालीवाल की साथी है. वो उसके कारोबार से लेकर खालिस्तानी एजेंडे तक, सबमें भागीदार मानी जाती है. अनिता लाल खालिस्तानी समर्थक पोएटिक जस्टिस संस्था की सह-संस्थापक है. साथ ही वो इस संस्था की कार्यकारी निदेशक भी है.
कन्हैया कुमार ने साल 2019 में लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था. बिहार के बेगूसराय सीट से वो मैदान में उतरे थे. हालांकि, वे जीत तो दर्ज नहीं कर पाए. चुनाव नतीजों में वे दूसरे नंबर पर रहे. बीजेपी के गिरिराज सिंह ने उन्हें हराया. खास बात ये रही कि कन्हैया कुमार की वजह से आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन तीसरे नंबर पर चले गए.