दिल्ली और लखनऊ में सीएए मामलों को लेकर हुए दंगों में सिंगापुर और अन्य जगहों से आया पैसा लगा था। यह कबूलनामा खुद दिल्ली दंगों में गिरफ्तार आरोपी खालिद ने किया है। खालिद ने लिखित में ये भी कबूल किया है कि दंगों के लिए रकम एकांउट के जरिए लखनऊ की सदफ जफर को भी भेजी गई थी। सदफ को लखनऊ पुलिस ने दंगों में गिरफ्तार किया था और सदफ उत्तर प्रदेश कांग्रेस की नेता बताई जाती हैं। हालांकि सदफ ने ऐसा कोई पैसा मिलने से इनकार किया है और जांच एजेंसियों को हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिलाया है।
सीएए को लेकर दिल्ली और लखनऊ में खासा हंगामा मचा था। हंगामा केवल धरने प्रदर्शन तक ही सीमित नहीं था, बल्कि इसकी आड़ में ऐसे दंगे हुए थे, जिन्होंने कई घरों के चिरागों को उनसे छीन लिया था। दंगों को लेकर दिल्ली और यूपी पुलिस ने अनेक लोगों को गिरफ्तार किया था और उन्हीं में से एक था खालिद। खालिद से जब दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने पूछताछ शुरू की तो अनेक अहम खुलासे हुए। खालिद के कबूलनामें के मुताबिक, “मेरा न्यू एजूकेशन वेलफेयर आर्गनाईजेशन के नाम से एनजीओ भी है और मैं सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए लोगों से डोनेशन भी लेता हूं। नसीफ अब्दुल करीम जोकि सिंगापुर की एक आईटी कंपनी में काम करता है, मुझे हर महीने डोनेशन देता है। जनवरी में मैंने 25 हजार रुपये सदफ जफर के खाते में ट्रांसफर किए थे, जो उसने उन रूपयों का इस्तेमाल लखनऊ में धरना प्रदर्शन और दंगों के लिए किया था।”
दिल्ली दंगों के आरोपी खालिद के इस खुलासे के बाद यह स्पष्ट हो चला है कि दिल्ली और लखनऊ के दंगों मे सिंगापुर से आया पैसा भी लगा था और जांच एजेंसियों ने बाकायदा खालिद के बैंक खातों को खंगाल कर वो तमाम तथ्य एकत्र किए हैं, जिनसे इस मामले को कानूनी तौर पर और पुख्ता किया जा सके ध्यान रहे कि खालिद ने दिल्ली दंगों में पैसे दिए जाने की बात कबूल की है। दिल्ली पुलिस ने खालिद के बयान को कोर्ट के सामने पेश कर दिया है और इस बाबत यूपी पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय को भी सूचना दे दी गई है।