सुप्रीम कोर्ट में आज किसान आंदोलन को लेकर सुनवाई हुई जिसमें कोर्ट ने सरकार के रवैये पर नाराजगी जाहिर की। कोर्ट ने सरकार से कहा कि आप कानून पर रोक लगाएं नहीं तो हम लगा देंगे। इस बीच पता चला है कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कृषि कानूनों को लेकर कई विपक्षी नेताओं से बातचीत की ताकि संयुक्त कार्रवाई की जा सके। आशंका है कि विपक्षी दल संसद सत्र शुरू होने से पहले मुलाकात कर सकते हैं।
उधर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने गहरी नाराजगी जताई। सुप्रीम कोर्ट को कहना पड़ा कि आपसे नहीं होता तो हम कानून पर रोक लगा देते हैं। ऐसा 73 सालों में किसी सरकार के साथ नहीं हुआ होगा। उन्होंने कहा, “पीएम को देश और किसानों से माफी मांगनी चाहिए और तीनों कानूनों को रद्द करने का एलान करना चाहिए। देश के किसानों को इससे कम कुछ नहीं चाहिए।”
सुरजेवाला ने कहा, “इस आंदोलन की सीधी जिम्मेदारी अमित शाह, मनोहर लाल खट्टर और योगी आदित्यनाथ की है। राजनीति में आकर विरोध करना चाहते थे पर सड़कें किसने खुदवाईं, बैरिकेड्स किसने लगाए, पुलिस लगाकर किसानों का रास्ता किसने रोका। इसलिए अमित शाह, खट्टर, चौटाला और योगी आदित्यनाथ पर मामले दर्ज होने चाहिए। प्रधानमंत्री भी जिम्मेदार हैं, हमें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट संज्ञान लेगी।”