सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को केंद्रीय कृषि कानूनों को लागू करने पर रोक लगा दी। किसानों के आंदोलन को लेकर लगाई गई याचिका पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने इन कानूनों के लागू होने पर रोक लगा दी। हालांकि कोर्ट के फैसले के बाद भी किसान अपना आंदोलन खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं और उनका कहना है कि कानून रद्द होने तक आंदोलन चलता रहेगा।
भारतीय किसान यूनियन के महासचिव राकेश टिकैत ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कहा, ‘कानून रद्द होने तक आंदोलन चलता रहेगा। किसान संगठन कोर्ट के आदेश का अध्ययन करेंगी, ताकि आगे की रणनीति तय की जा सके।’ उन्होंने कहा, ‘कोर्ट की ओर से फैसला होने के बाद हम एक और कमेटी की बैठक बुलाएंगे और इस पर अपनी लीगल टीम के साथ चर्चा करेंगे। इसके बाद हमें क्या करना है, उसका फैसला करेंगे।’