Bharat Vritant

देश में इस वक्त कोरोना वायरस के संकट का तूफान आया हुआ है. इस महासंकट के बीच दिल्ली पर सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. दिल्ली इस वक्त हर दिन आने वाले हजारों केस से जूझ रही है, तो वहीं राजधानी में बढ़ती मौतों की संख्या हर किसी की चिंता बढ़ा रही है.

• 24 घंटे में सामने आए कुल केस: 20201
• 24 घंटे में हुई कुल मौतें: 380
• एक्टिव केस: 92,358
• कुल केस: 10,47,916
• कुल मौत: 14,628

दिल्ली के आस्था अस्पताल में ऑक्सीजन की किल्लत सामने आई है. अस्पताल का कहना है कि ऑक्सीजन बिल्कुल खत्म होने की कगार पर है. यहां करीब 40 मरीज वेंटिलेटर पर हैं. अस्पताल में 14 मरीज आईसीयू पर, 12 सेमी आईसीयू पर और 30 मरीज ऑक्सीजन पर हैं. मंगलवार सुबह दिल्ली के शांति मुकुंद अस्पताल में बेड्स पूरी तरह भर चुके हैं. अस्पताल ने बाहर ही बोर्ड लगा दिया है कि कोई बेड उपलब्ध नहीं हैं. दिल्ली में अभी भी ऑक्सीजन और बेड्स का संकट बना हुआ है. सोमवार की देर रात को दिल्ली में ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची, जिसमें ऑक्सीजन के चार कंटेनर्स थे. अब इन्हें दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में भेज दिया जाएगा. दिल्ली के कई अस्पताल अभी भी अंतिम वक्त पर ऑक्सीजन पा रहे हैं.

वहीं, अगर अस्पतालों में बेड्स की संख्या की बात करें तो हालात खराब हैं. मंगलवार सुबह 9.30 बजे दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ 15 आईसीयू बेड्स खाली हैं. जबकि ऑक्सीजन बेड्स की संख्या सिर्फ 1736 हैं. बीते दिन ही दिल्ली में सरदार पटेल कोविड सेंटर की शुरुआत हुई है, जिसमें 500 ऑक्सीजन बेड्स की सुविधा है. बीते दिन दिल्ली में भले ही कोरोना के मामले कुछ कम आए, लेकिन उसके पीछे रविवार को हुई कम टेस्टिंग का असर भी देखा जा सकता है. लेकिन इसके बावजूद मौतों की संख्या और पॉजिटिविटी रेट चिंता बढ़ाने वाला है. बीते दिन दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 35 फीसदी से अधिक रहा. औसतन दिल्ली में 75 हजार से अधिक टेस्ट किए जाते हैं, लेकिन बीते दिन सिर्फ 57 हजार टेस्ट ही किए गए.