कश्मीर में फिर से लाइट, कैमरा, रोलिंग और एक्शन की आवाजें गूंजने वाली हैं। इसकी खातिर बॉलीवुड के कई प्रोडक्शन हाउस की टीमें कश्मीर के चार दिनों के दौरे पर हैं जो जल्द से जल्द कई फिल्मों की शूटिंग आरंभ करने का आश्वासन दे रहे हैं।
कश्मीर में आतंकी घटनाओं में कमी आई है पर आतंकवाद पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। सुरक्षाबलों के अनुसार, 250 से 300 आतंकी आज भी कश्मीर में मौजूद हैं और इस चिंता से बाखबर होते हुए भी फिल्म प्रोडक्शन हाउस कश्मीर को फिर से सुनहरे पर्दे पर लाने को राजी हैं क्योंकि प्रशासन पूरी सुरक्षा मुहैया करवाने का वादा कर रहा है।
दरअसल कोरोना वायरस के कारण पिछले एक साल से इंटरनेशनल लोकेशनों पर शूटिंग नहीं कर पाने के कारण अब बॉलीवुड ने कश्मीर की ओर रूख किया है। आतंकवाद के दिनों के दौरान उनके कदम हिमाचल की ओर मुड़े तो थे लेकिन उन्हें हिमाचाल की वादियां कश्मीर के मुकबाले फीकी नजर आई हैं।
कश्मीर के टूरिज्म विभाग के डायरेक्टर डा जीएन इटू कहते थे कि बालीवुड के करीब 24 सदस्यों का दल कश्मीर की विभिन्न लोकेशनों को छांट रहा है। इनमें सबसे प्रमुख पुरानी और सदाबहार लोकेशनें गुलमर्ग और पहलगाम ही हैं जो पिछले कई दशकों से सुनहरे परदे पर छाई हुई हैं।
चार दिनों तक कश्मीर में नई लोकेशनें तलाश करने वालों में अजय देवगन फिल्मस, संजय दत्त प्रोडक्शनस, रिलायंस एंटरटेनमेंट, रोहित शेट्टी फिल्मस, जी स्टूडियो, अधिकाररी ब्रदर्स प्रमुख हैं। इनके अतिरिक्त पिछले कुछ दिनों के दौरान और भी फिल्मी व बालीवुड हस्तियों ने कश्मीर का दौरा किया है। इनमें जुबिन नौटियाल, गुरू रंधावा, सना खान आदि शामिल हैं। कश्मीरी इनके दौरे से खुश इसलिए नजर आ रहे हैं क्योंकि पहले संचारबंदी और फिर कोरोना ने उनकी कमर तोड़ कर रख दी है। अब उन्हें फिल्म उद्योग से ही एकमात्र आस दिखाई दे रही है।