छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के 100 से ज्यादा नक्सली अपने आधार का विस्तार करने के लिए मध्य प्रदेश के बालाघाट में घुस गए हैं। 100 से ज्यादा नक्सलियों की घुसपैठ के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही इन नक्सलियों से निपटने के लिए राज्य सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों की छह कंपनियों की तैनाती की मांग की है।
सुरक्षाबलों को जल्द ही मध्यप्रदेश के बालाघाट और आदिवासी बहुल मंडला जिलों में तैनात किए जाने की संभावना है। इंटेलिजेंस के इनपुट के मुताबिक सभी नक्सली छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और झारखंड के हैं। इस मामले को देखते हुए एमपी पुलिस ने बालाघाट, मंडला और सिवनी पुलिस को अलर्ट कर दिया है।
पिछले दो महीनों में 5 नक्सलियों पर हुई कार्रवाई के बाद इनका मूवमेंट राज्य में बढ़ा है। साथ ही इस बात का भी इनपुट मिला कि बालाघाट में लगातार मारे जा रहे नक्सली प्रदेश में किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। राज्य में बढ़ते खतरे की वजह से मध्य प्रदेश पुलिस की तरफ से नक्सली क्षेत्रों में सीआरपीएफ जवानों की तैनाती के लिए हाल ही में दिल्ली से एक बटालियन की मांग की गई थी। बालाघाट मुठभेड़ पर नक्सल एडीजी जीपी सिंह ने कहा था कि छत्तीसगढ़ में पड़ रहे प्रेशर से नक्सली एमपी की तरफ मूवमेंट कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने नक्सलियों के मध्य प्रदेश में विस्तार के बारे में भी बात कही थी।